जिले के ढाई लाख से अधिक बच्चों को लगाई जाएगी खसरा- रूबेला का टीका

अम्बिकापुर, खसरा का उन्मूलन तथा रूबेला पर नियंत्रण के लिए 6 अगस्त 2018 से खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान पूरे जिले में चलाया जाएगा। इस टीकाकरण अभियान के तहत जिले के 9 से 15 वर्ष आयु के करीब 2 लाख 51 हजार 561 बच्चों को खसरा-रूबेला का टीका लगाया जाएगा। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एन. के. पाण्डेय ने आज प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दी।
More than two and a half million children in the district will be deprived of vaccine-rubella vaccineडॉ. पाण्डेय ने बताया कि खसरा-रूबेला टीकाकरण अभियान अंतर्गत खसरा तथा रूबेला बीमारी के के प्रति सुरक्षा प्रदान करने के लिए खसरा-रूबेला (एम.आर.) का एक टीका स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों के 9 से 15 वर्ष के बच्चों को लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि किसी बच्चे को खसरा-रूबेला का टीका पहले से लगाया जा चुका हो तो उसे भी यह टीका लगाया जाना है। यह टीका पूर्णरूप से सुरक्षित है एवं इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं होते। बच्चों को यह टीका प्रषिक्षित स्वास्थ्यकर्मी द्वारा लगाये जाएगें। उन्होंने बताया कि टीकाकरण अभियान में प्रथम दो सप्ताह स्कूली बच्चों को तथा अगले दो सप्ताह ऑगनबाडी के बच्चों को टीका लगाया जाएगा। डॉ पाण्डेय ने बताया कि खसरा के समान ही रूबेला भी एक संक्रामक रोग है जो वायरस से फैलता है। इसके लक्षण खसरा रोग जैसे ही होते है। यह लड़की या लड़का दोनों को संक्रमित कर सकता है। यदि कोई महिला गर्भावस्था के शुरूआती चरण में रूबेला से संक्रमित हो जाए तो कंजेनिटल रूबेला  सिण्ड्रोम हो सकता है जो कि उसके भ्रूण तथा नवजात षिषु के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। रूबेला के कारण बच्चे में बहुविकलांगता जैसे अंधापन, बहरापन, कमजोर दिमाग, जन्मजात दिल की बीमारियॉ हो जाती है। उन्होंने बताया कि इस बहुविकलांगता से बचाव का खसरा-रूबेला का यह टीका सबसे सुरक्षित उपाय है।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. राजेष भजगावली ने बताया कि टीकाकरण अभियान के दौरान जिले के 2 हजार 280 स्कूलों तथा 2 हजार एक ऑगनबाड़ी के बच्चों को टीका लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस अभियान में 208 उपस्वास्थ्य केन्द्र तथा 26 प्र्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी टीकाकरण किया जाएगा। एक केन्द्र में 200 बच्चों को टीका लगाने के लिए एक प्रषिक्षित एएनएम की ड्यूटी लगाई गयी है। बच्चों की संख्या 2 सौ से अधिक होने पर अतिरिक्त एएनएम की ड्यूटी लगायी जाएगी। स्कूलों तथा ऑगनबाड़ी केन्द्रों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी भी उपस्थित रहेंगे। डॉ भजगावली ने बताया कि अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए जिले के 358 एएनएम, 196 ग्रामीण स्वास्थ्य अधिकारी एंव 72 सुपरवाईजरों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही 3200 मितानिन घर-घर जाकर माता-पिता तथा बच्चों को मीजल्स-रूबेला टीकाकरण के बारे में बतायेंगे और टीका लगाने हेतु प्रोत्साहित करेंगे। इस अवसर पर यूनिसेफ के एसएमसी श्री अभिजीत अग्निहोत्री, स्वास्थ्य विभाग के मीडिया अधिकारी श्री आर. के. शर्मा सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।