kamlesh pandey
ईशानगर। पंचायत द्वारा 12 दुकानें बनाई जा रही थीं जिस पर नायब तहसीलदार ओपी गुप्ता ने स्थगन आदेश दे दिया था। सरपंच प्रतिनिधि की चाल कामयाब हो गई।
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क्योंकि उसने पंचायत द्वारा 12 दुकानों के स्थान पर 11 दुकानों के निर्माण का कार्य दिखाया जिससे नायब तहसीलदार ओपी गुप्ता ने स्टे हटा दिया है। जबकि नायब तहसीलदार, आरआई और पटवारी ने मौके का मुआयना करते हुए यह पाया था कि पंचायत द्वारा 12 दुकानें बनवाई जा रही हैं। सवाल यह है कि फिर वह एक दुकान किसकी है।
विगत 5 जुलाई को नायब तहसीलदार ओपी गुप्ता ने पंचायत द्वारा बनाई जा रही 12 दुकानों के स्थान पर 11 दुकानें मानकर इसमें दिए गए स्थगन आदेश को समाप्त कर दिया है। पंचायत प्रतिनिधि महेन्द गुप्ता ने नायब तहसीलदार ओपी गुप्ता को भी गुमराह करने में कामयाबी पायी है। यही वजह है कि वह नायब तहसीलदार के न्यायालय सेे स्थगन आदेश हटाने मे सफल हो गया। हालांकि स्थगन आदेश हटाए जाने के खिलाफ 13 जुलाई को एसडीएम कोर्ट में अपील की गई जहां से स्टे लगाया गया है।