चंबल का राष्ट्रीय अभ्यारण्य संवेदी घोषित

चंबल का राष्ट्रीय अभ्यारण्य संवेदी घोषित

केंद्रीय वन पर्यावरण मंत्रालय ने जारी की अधिसूचना

भोपाल। प्रदेश के श्योपुर, भिंड और मुरैना जिलों में स्थित राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण्य से दो किमी तक के क्षेत्र को केंद्रीय वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने पारिस्थितिक संवेदी जोन के रूप में अधिसूचित किया है। इस क्षेत्र की निगरानी के लिए चंबल संभागायुक्त की अध्यक्षता में एक मॉनिटरिंग टीम भी गठित कर दी गई है।

समिति तीन साल तक निगरानी करेगी

इस कमेटी में प्रमुख वन संरक्षक ग्वालियर, मुरैना, भिंड और श्योपुर के कलेक्टर तथा जिला पंचायत सीईओ, मुरैना नगर निगम आयुक्त और भिंड तथा श्योपुर के सीईओ, नगर तथा ग्राम निवेश विभाग के प्रतिनिधि, मध्यप्रदेश वन विभाग जैव विविधता बोर्ड के प्रतिनिधि, लोक निर्माण विभाग का एक प्रतिनिधि, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय ग्वालियर के प्रतिनिधि, पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाले गैर सरकारी संगठन का संभागायुक्त चंबल द्वारा नामांकित प्रतिनिधि, पारिस्थितिकी और पर्यावरण के क्षेत्र में एक विशेषज्ञ को कमेटी का सदस्य और प्रभारी अधिकारी राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण्य को सदस्य सचिव बनाया गया है। यह समिति तीन साल तक निगरानी करेगी।

मनीटरिंग समित करेगी संवीक्षा

केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा इसके लिए तय क्रियाकलापों और प्रतिबंधित गतिविधियों के सिवाय आने वाले ऐसे क्रियाकलाओं की दशा में वास्तविक स्थलीय दशाओं पर आधाारित मानीटरिंग समिति द्वारा संवीक्षा की जाएगी। इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ परिवाद दायर किया जाएगा। निगरानी समिति विशेषज्ञों, औद्योगिक संगमों और अन्य प्रतिनिधियों से विचार विमर्श कर सकेगी। निगरानी समिति हर साल 31 मार्च तक अपनी वार्षिक कार्यवाही रिपोर्ट मुख्य जीव वार्डन के विधान के अनुसार तीस जून तक प्रस्तुत करेगी।