प्रदेश के अगनीवीर जवानों को सेवा मुक्ति बाद रोजगार देगी पंजाब सरकार का बड़ा फैसला

प्रदेश के अगनीवीर जवानों को सेवा मुक्ति बाद रोजगार देगी पंजाब सरकार का बड़ा फैसला

पटियाला, पंजाब के रक्षा सेवाएं भलाई मंत्री मोहिंद्र भक्त ने ऐलान किया है कि पंजाब सरकार मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में प्रदेश के अगनीवीर जवानों को सेवा मुक्ति बाद रोजगार देगी। स्वतंत्रता संग्रामी और बागबानी मंत्री मोहिंद्र भक्त पटियाला में 'पंजाब सरकार आप के द्वार' के अंतर्गत पूर्व सैनिकों की समस्याएं सुनने पहुंचे हुए थे। इस मौके मोहिंद्र भक्त ने कहा कि साल 2027 में 800 अगनीवीरों का पहला बैच सेवा मुक्त होकर पंजाब वापिस आएगा परंतु उनको पूर्व सैनिकों के लाभ नहीं मिलेंगे, इसलिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अभी से ही उनके लिए चिंता का इजहार करते अगनीवीरों को नौकरियां देने की तजवीज तैयार करने के आदेश दिए हैं।
जिला रक्षा सेवाओं भलाई दफ्तर में एकत्रित हुए पूर्व सैनिकों, भाई नारियों, विधवाएं और पुरुस्कार विजेता के साथ रू-ब-रू होते कैबिनेट मंत्री मोहिंद्र भक्त ने बताया कि पंजाब सरकार मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में इस बातों वचनबद्ध है कि पूर्व सैनिकों को पैंशनों के संबंध में कोई दिक्कत न आए। उन्होंने कहा कि इसलिए केंद्र सरकार और रक्षा मंत्रालय के साथ भी संपर्क किया जाएगा जिससे पैंशनरों को स्पर्ष प्रोग्राम के अंतर्गत लाईफ सर्टिफिकेट देने मौके आ रही मुश्किलें हल की जाएं। उन्होंने बताया कि वह हर जिले में पूर्व सैनिकों की समस्याएं सुनने के लिए जा रहे हैं, इसलिए हरेक जिले में जिला प्रशासन को आदेश जारी किए गए हैं कि महीने में एक बार पूर्व सैनिकों की समस्याओं के निपटारे के लिए रक्षा सेवाओं भलाई विभाग के साथ तालमेल बैठक करके मसले निपटाए जाने यकीनी बनाऐ जाएं। 
मोहिंद्र भक्त ने पूर्व सैनिकों की तरफ से देश की सुरक्षा और सरहदों की रक्षा के लिए की सेवा और सैनिकों के जजबे को सलाम करते कहा कि केवल फौजी ही अपनी सेवा करते और सेवा मुक्ति बाद भी देश के लिए अपनी जान की बलि करने को हर समय पर तैयार रहता है। उन्होंने पूर्व सैनिकों को समाज का अहम और सम्मानयोग अंग बताते कहा कि पंजाब सरकार मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में उनके घर तक जाकर उनकी हर संभव सहायता करेगी। 
कैबिनेट मंत्री ने पूर्व सैनिकों को निमंत्रण दिया कि वह जिला रक्षा सेवा भलाई दफ्तर में जरूर आया करें और अपनी समस्याओं के बारे यहां के आधिकारियों को अवगत करवाया करें। इस मौके पूर्व सैनिकों ने पंजाब सरकार के इस प्रयास की प्रंशसा करते कैबिनेट मंत्री मोहिंद्र भक्त की तरफ से उन की समस्याए सुनने और मौके पर ही हल करने के लिए धन्यवाद किया। इस मौके उनके साथ रक्षा सेवाओं विभाग के डायरेक्टर ब्रिगेडियर ( सेवा मुक्त) भुपिन्द्र सिंह ढिल्लों भी मौजूद थे। कैबिनेट मंत्री की पटियाला में पहली बार आमद मौके पटियाला पुलिस की टुकड़ी ने गार्ड आफ आनर भी पेश किया। इस मौके डिप्टी कमिशनर डा. प्रीति यादव, एस. एस. पी. डा. नानक सिंह, ए.डी.सी. (ज) ईशा सिंगल, जिला रक्षा सेवाएं भलाई अफसर विंग कमांडर ( सेवा मुक्त) गुरप्रीत सिंह, डी. एस. पी. सतनाम सिंह और तहसीलदार कुलदीप सिंह भी मौजूद थे।
किसानों के हितों की रक्षा के लिए वैकल्पिक फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी की वकालत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के मामले में पंजाब को अपने एकमात्र उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों को खोने का नुकसान उठाना पड़ा है। उपजाऊ मिट्टी और पानी का अत्यधिक दोहन। भगवंत सिंह मान ने कहा कि एक किलो चावल पैदा करने में लगभग 3500 लीटर पानी की खपत होती है, जिसके कारण राज्य का जल स्तर खतरे के स्तर पर चला गया है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के किसान वैकल्पिक फसलें तभी अपना सकते हैं जब उन्हें इन फसलों का एमएसपी मिले और इन फसलों का सुनिश्चित विपणन किसानों को फसल विविधीकरण के लिए प्रोत्साहित कर सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब दुनिया भर में एकमात्र ऐसा राज्य है जिसके पास दुनिया भर में अपने मताधिकार हैं क्योंकि हर दूसरे देश में पंजाबियों का दबदबा है। उन्होंने कहा कि पंजाबियों को कड़ी मेहनत करने और उत्कृष्टता प्राप्त करने की अदम्य भावना का आशीर्वाद प्राप्त है, जिसके कारण उन्होंने दुनिया में अपने लिए एक जगह बनाई है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह हम सभी के लिए बहुत गर्व की बात है कि बोइंग में 45 प्रतिशत इंजीनियर जीएनई, लुधियाना से हैं, उन्होंने कहा कि फ्लिपकार्ट, ओला, मास्टरकार्ड और अन्य के सीईओ भी पंजाबी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन युवाओं में हर क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करने के अंतर्निहित गुण हैं और उनकी क्षमताओं का उचित उपयोग किया जाना चाहिए, उन्होंने कहा कि छात्र और युवा विमान की तरह हैं और राज्य सरकार उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के लिए एक लॉन्चपैड प्रदान करेगी। भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक पंजाब के छात्र अपने वांछित लक्ष्य हासिल नहीं कर लेते, तब तक वह आराम से नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य में स्वास्थ्य एवं शिक्षा व्यवस्था के कायाकल्प के लिए ठोस प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य भर में स्कूल ऑफ एमिनेंस स्थापित किए गए हैं और इसी तरह सरकारी स्वास्थ्य प्रणाली को भी उन्नत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने यह सुनिश्चित करने के लिए लोगों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रखा था कि वे समाज में प्रगति न कर सकें। इसके विपरीत भगवंत सिंह मान का ध्यान गरीब छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करके उन्हें सशक्त बनाने पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि परिणाम सबके सामने है क्योंकि सरकारी स्कूलों के 158 छात्रों ने पहली बार प्रतिष्ठित जेईई परीक्षा उत्तीर्ण की है। उन्होंने कहा कि यह तो सिर्फ शुरुआत है, आने वाले दिनों में ऐसे और भी नतीजे देखने को मिलेंगे, जिसके लिए उनकी सरकार पुरजोर प्रयास कर रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने युवाओं को 45000 से अधिक नौकरियां पूरी तरह योग्यता के आधार पर दी हैं।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं का प्रशिक्षण देने के लिए आठ हाईटेक सेंटर खोल रही है. भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये केंद्र युवाओं को यूपीएससी परीक्षा पास करने और राज्य और देश में प्रतिष्ठित पदों पर बैठने के लिए गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि युवा उच्च पदों पर बैठें और देश की सेवा करें.
यह कहते हुए कि पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ राज्य की भावनात्मक, सांस्कृतिक, साहित्यिक और समृद्ध विरासत का हिस्सा है, मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि उन्हें विश्वविद्यालय में हरियाणा की कोई हिस्सेदारी नहीं चाहिए, जो क्षेत्र का एक शीर्ष शैक्षणिक संस्थान है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के किसी भी कॉलेज को न तो विश्वविद्यालय से संबद्धता दी जाएगी और न ही विश्वविद्यालय की सीनेट में बैक डोर एंट्री के लिए हरियाणा के किसी भी प्रयास को अनुमति दी जाएगी। भगवंत सिंह मान ने दुख जताया कि विश्वविद्यालय की स्थिति को बदलने के लिए नियमित प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार छात्रों के व्यापक हित में ऐसे किसी भी कदम की अनुमति नहीं देगी।
विपक्ष पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पंजाब समर्थक और विकासोन्मुखी रुख के कारण विपक्षी नेता उन पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ते। उन्होंने कहा कि यह आलोचना पूरी तरह से तर्कहीन और उनकी सनक और सनक पर आधारित है। भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह उन्हें अपना कर्तव्य अच्छी तरह से निभाने से नहीं रोकेगा और वह पंजाब और पंजाबियों की भलाई के लिए अथक प्रयास करेंगे।

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