शिवराज के बयान से राजनीति में हलचल

भोपाल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान ऐसा बयान दिया जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं. आनंद संस्थान द्वारा आयोजित आनंद व्याख्यान में शिवराज ने कहा कि जिस कुर्सी पर माननीय मुख्यमंत्री लिखा है, उसपर कोई भी बैठ सकता है. आपको बता दें कि शिवराज सिंह का ये बयान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के दौरे से एक दिन पहले ही आया है. क्या है शिवराज सिंह चौहान का पूरा बयान... दरअसल, गुरुवार को जब भोपाल में आनंद व्याख्यान के कार्यक्रम में शिवराज बोल रहे थे तब उन्होंने कहा कि मैं अभी कार्यक्रम में और भी रुकना चाहता था, लेकिन मेरे चार कार्यक्रम और भी हैं. इसलिए मैं अनुमति चाहूंगा, हालांकि जिस कुर्सी पर माननीय मुख्यमंत्री लिखा है, उसपर कोई भी बैठ सकता है. जिसके बाद इस बयान के कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं. गौरतलब है कि इस साल के अंत में ही मध्यप्रदेश में भी विधानसभा चुनाव होने हैं. इसी वजह से अमित शाह भी राज्य के दौरे पर जा रहे हैं. मध्य प्रदेश में सत्ता पर वापस काबिज होने के लिए बीजेपी ने जोर आजमाइश करना शुरू कर दी है. हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते 24 घंटे के भीतर ही दो बैठकें की. इन बैठक में उन्होंने दो टूक कहा कि 2013 के विधानसभा चुनाव में हमारे 10 मंत्री चुनाव हार गए थे, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि मंत्री क्षेत्र के साथ प्रभार के जिलों का भी पूरा ध्यान रखें. महीने में सात दिन जिलों में रहें. एक विधानसभा में एक दिन दें. कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करें. हारने वालों पर नहीं लगाएंगे दांव... इसके पहले सोमवार को बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि इस बार भाजपा किसी हारने वाले पर दांव नहीं लगाएगी, सभी विधायकों का सर्वे करा लिया गया है. अनावश्यक टिकट भी नहीं काटे जाएंगे, सिर्फ लोकप्रियता ही टिकट का आधार होगी.