मंडला में नसबंदी शिविर में महिला ने तोड़ा दम

मंडला में नसबंदी शिविर में महिला ने तोड़ा दम

आनन-फानन में प्रबंधन ने दिया 50 हजार मुआवजा

सीएमएचओ ने मामले की जांच का दिया आश्वासन

Javed ali मंडला। अक्सर विवादों में रहने वाला प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर सुर्खियों में है। सरकार के लाख दावों के बाद भी जिम्मेदार अपनी लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं। गौरतलब है कि हाल ही में शहडोल, सागर और सतना में बच्चों की मौत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इसके बाद भी जिम्मेदार अपनी नाकामी पर पर्दा डालने में जुटे हैं।
लापरवाही का आरोप
वहीं बच्चों की मौत का मामला शांत भी नहीं हुआ कि अब मंडला जिले में नसबंदी शिविर में एक महिला की मौत हो गई। मृतिका के परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया और उन्हें सस्पेंड करने की मांग की। मामले के तूल पकड़ने के डर से अस्पताल प्रबंधन ने आनन-फानन में मृतक महिला के परिजनों को 50 हजार रुपए का मुआवजा तुरंत दे दिया और शव का पोस्टमॉर्टम कराकर उन्हें सौंप दिया। वहीं, जब मामले ने तूल पकड़ा तो मंडला सीएमएचओ ने जांच का आश्वासन दिया।
हड़कंप मच गया
दरअसल, मोहगांव विकासखंड के सामुदायिक स्वास्थय केंद्र में बीती रात महिला नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया था। यहां उमरिया गांव की महिला भी भर्ती हुई, लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रबंधन की लापरवाही की वजह से उसकी मौत हो गई। मौत होते ही हड़कंप मच गया और गलती छुपाने के लिए महिला के शव को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। यहां शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया।
इनका कहना है
मोहगांव विकासखंड के सामुदायिक स्वास्थय केंद्र में महिला नसबंदी शिविर आयोजित किया गया था। यहां शिवकली भी भर्ती हुई थीं। उनकी तबीयत बिगड़ी और उन्हें जिला अस्पताल भेजा गया। जिलाअस्पताल में उनकी मौत हो गई। उसके बाद हमने शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। नियमानुसार उन्हें 50 हजार रुपए मुआवजा तुरंत दे दिया गया। परिजनों की मांग पर हम जांच कराएंगे। जो भी दोषी होगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। नाथ सिंह, सीएमएचओ, मंडला