khemraj mourya
शिवपुरी। हमेशा विवादों में रहने वाला पूरनखेड़ी टोल प्लाजा पर अब अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है। भारत सरकार ने टोल प्लाजा पर लगने वाली लंबी-लंबी लाईनों से बचने के लिए फास्टैग व्यवस्था लागू की है। लेकिन पूरनखेड़ी टोल प्लाजा पर फास्टैग लगे वाहन चालकों को टोल प्रबंधन ने रोक दिया। जिससे वहां लंबी कतार लग गई। वाहन चालकों द्वारा जाम की वजह पूछने पर टोल प्लाजा के शिफ्ट इंचार्ज दीपक उपाध्याय भड़क गए और उन्होंने वाहन चालकों के साथ बदसलूकी की।
जाम में फंसे वाहनों को लेकर उनका कहना था कि जाम से बचना है तो गाडिय़ां घर रखें। इससे पहले वहां मौजूद गार्ड ने फास्टैग को ट्रेक करने वाला सेंसर खराब होने की बात कही थी। वहीं दूसरी विंडो पर कम्प्यूटर सिस्टम भी खराब था। जिस पर टोल प्रबंधन ने ध्यान नहीं दिया और प्रबंधन की गलती के कारण वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। ज्ञात हो कि टोल प्लाजा की शुरूआत से ही टोल पर प्रबंधन और टोलकर्मियों की गुंडागर्दी को लेकर वाहन चालक परेशान है। टोल कर्मचारियों द्वारा कई बार ट्रक चालकों और कार चालकों के साथ मारपीट कर चुके हैं और कई टोलकर्मियों पर एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है। टोलकर्मियों ने आम वाहन चालकों के साथ-साथ भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान और भाजपा के विधायक वीरेंद्र रघुवंशी के रिश्तेदारों के साथ भी अभद्रता की है। इसे लेकर टोल पर बवाल हुआ था।