अनूपपुर के मोहड़ी मतदान केन्द्र पर होगी दोबारा वोटिंग

अनूपपुर के मोहड़ी मतदान केन्द्र पर होगी दोबारा वोटिंग

 भोपाल

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव ने बताया कि अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र के मोहड़ी-180 मतदान केन्द्र में दोबारा वोटिंग करायी जाएगी। राव ने यह जानकारी गुरूवार को मीडिया को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने बताया कि मोहड़ी-180 मतदान केन्द्र पर 56 लोगों के वोटों में अंतर पाया गया है। केन्द्र में मतदाता हस्ताक्षर और ईवीएम के वोटों में अंतर मिला है। इस मामले में रिटर्निंग ऑफिसर ने अपनी रिपोर्ट में बताया गया है कि एक घंटे के लिए अधिकारी अपने स्थान नहीं थे। वे खाना खाने गए थे। उस वक्त अन्य अधिकारी जिसे जानकारी नहीं थी वे उपस्थित थे। इस दौरान मतदान केन्द्र में 56 मतदाताओं ने रजिस्टर में हस्ताक्षर किए लेकिन अधिकारी द्वारा ईवीएम को रिसेट करना भूल गए या वे किसी कारणवश बटन नहीं दबा पाए। जिससे रजिस्टर और ईवीएम में 56 लोगों के मिलान में अंतर पाया गया है। रिटर्निंग ऑफिसर के रिपोर्ट में भी दोबारा वोटिंग की मांग की गई है। इसके अलावा सतना जिले में दोबारा पोलिंग की मांग को लेकर राव ने कहा कि रिटर्निंग और ऑब्जर्वर ऑफिसर इस मामले की रिपोर्ट देंगे। रिपोर्ट के आधार पर तय किया जाएगा।

राव ने बताया कि प्रदेश में अब तक 74.85 प्रतिशत मतदान हुआ है। यह प्रतिशत अभी और बढ़ेगी। क्योंकि अभी तक सभी जिलों से मतदान केन्द्रों से डाटा संकलित नहीं हो पाया है। उन्होंने बताया कि इस बार मतदान प्रतिशत में पुरूष और महिला के बीच वोटिंग प्रतिशत का अंतर कम हुआ है। 75.72 प्रतिशत पुरूष और 73.86 महिलाओं ने अपने मत अधिकार का उपयोग किया है। जो पिछले बार की तुलना में कम है। 2013 में पुरूष और महिलाओं के बीच वोटिंग प्रतिशत में 3.50 फीसदी से ज्यादा अंतर था।

 

289 उम्मीदवारों को नोटिस

राव ने बताया कि 289 उम्मीदवार ऐसे है जिन्होंने चुनाव प्रचार अभियान में किए गए खर्चें की जानकारी नहीं दी है। रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा 289 प्रत्याशियों को नोटिस जारी किए गए है। गौरतलब है कि विधानसभा में प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार में 28 लाख खर्च करने की लिमिट तय की गई है। यह पूछे जाने पर कि अपराधिक प्रकरणों को अखबारों और टीवी चैनलों में जनकारी प्रकाशित प्रसारित किए जाने का प्रावधान था ऐसे कितने उम्मीदवारों ने यह नहीं किया और उन क्या आयोग ने कार्रवाई की। राव ने जवाब देते हुए बताया कि प्रत्याशियों को 30 दिनों के भीतर इसकी जानकारी आयोग को देनी होगी, इस पर कार्रवाई करना आयोग का काम नहीं है।

 

पुरानी जेल में उम्मीदरवारों की उपस्थिति में पहुंची ईवीएम

मप्र विधानसभा चुनाव में वोटिंग के लिए उपयोग की गई ईवीएम मशीनों को उम्मीदवारों की उपस्थिति में पुरानी जेल में बनाए गए स्ट्रांग रूम में रखा गया है। जिसे जिला निर्वाचन अधिकारी सहित निर्वाचन से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों एवं प्रत्याशियों के हस्ताक्षर के साथ सील कर दिया गया। स्ट्रांग रूम की 24 घंटे चौकसी के लिए शिफ्टवार सशस्त्र बल तैनात किया गया है। साथ ही सीसीटीवी कैमरा भी लगाया गया है। ईवीएम की सुरक्षा को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने भी स्पष्ट करते हुए कहा कि आयोग द्वारा ईवीएम की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। सभी स्ट्रोंग रूम के बाहर सेंट्रल पैरामीलिट्री फोर्स लगायी गई है।