अमावस्या पर क्षिप्रा नदी सूखने पर कमलनाथ सख्त, उज्जैन संभागायुक्त और कलेक्टर को हटाया

अमावस्या पर क्षिप्रा नदी सूखने पर कमलनाथ सख्त, उज्जैन संभागायुक्त और कलेक्टर को हटाया

उज्जैन
महाकाल की नगरी उज्जैन में क्षिप्रा नदी के सूखने के मामले को कमलनाथ ने बेहद गंभीरता से लिया है. शनिश्चरी अमावस्या में स्नान की अव्यवस्थाओं पर मुख्यमंत्री ने सख्त रवैया अपनाते हुए संभागायुक्त श्री एम बी ओझा और कलेक्टर श्री मनीष सिंह को हटा दिया है.

दरअसल, मुख्य सचिव श्री एस आर मोहंती के प्रतिवेदन पर कमलनाथ ने उन्हें हटा दिया है. उनकी जगह उज्जैन के नए संभागायुक्त अजीत कुमार होंगे और शशांक मिश्रा को नया कलेक्टर बनाया गया है.

इससे पहले कमलनाथ ने मुख्य सचिव से पूरे मामले की जांच रिपोर्ट मांगी थी. उन्होंने कहा कि जानकारी होने के बाद भी श्रद्धालुओं के स्नान की माक़ूल व्यवस्था क्यों नहीं की गयी. उन्होंने पूछा कि नर्मदा का पानी क्षिप्रा नदी में क्यों आ नहीं पाया ?इसके पीछे क्या कारण है ? किसकी लापरवाही है ? पूर्व से ही सारे इंतज़ाम क्यों नहीं किये गये?

कमलनाथ ने कहा था कि पूरे मामले की जाँच हो. लापरवाही सामने आने पर दोषियों पर कार्यवाही हो. मेरी सरकार में धार्मिक आस्थाओं के साथ खिलवाड़ का कोई भी छोटा सा मामला भी में बर्दाश्त नहीं करूंगा. उन्होंने कहा कि मकर सक्रांति और भविष्य में इस तरह की परिस्थिति दोबारा निर्मित ना हो, इसको सुनिश्चित किया जाए.