आईएसएल: जीत की पटरी पर लौटना चाहेगा जमशेदपुर एफसी
जमशेदपुर
जमशेदपुर एफसी की टीम इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सत्र में रविवार को यहां के जेआरडी टाटा खेल परिसर स्टेडियम में मौजूदा चैम्पियन चेन्नइयन एफसी के खिलाफ जीत की पटरी पर लौटना चाहेगी। जमशेदपुर की टीम तालिका में शीर्ष चार में शामिल है लेकिन उसके खाते में आठ मैचों में सिर्फ दो जीत दर्ज है। इस टीम ने रिकार्ड पांच मैच ड्रॉ किए हैं। कोच सीजर फेरांडो बड़ी मुश्किल से स्वीकार कर पा रहे हैं कि उनकी टीम सिर्फ एक बार हारी है। टिम काहिल जमशेदपुर एफसी को अपनी सेवाएं देने के लिए वापस आ चुके हैं। वह बीते मैच में नहीं खेल सके थे। सर्गियो सिडोंचा इस सत्र में तीन गोल किए हैं लेकिन वह अभी स्पेन में घुटने की चोट का इलाज करा रहे हैं और फेरांडो चारते हैं कि उनकी टीम सिडोंचा की गैरमौजूदगी को भूलकर अच्छा प्रदर्शन करे। फेरांडो ने कहा कि सर्गियो चोटिल हैं। वह जनवरी तक नहीं खेल सकेंगे। उन्हें एटीएल इंजुरी है। यह हमारे लिए बड़ी चोट है। सर्गियो अच्छा खेल रहे थे लेकिन अब वह हमारे साथ नहीं हैं। हम उनके बगैर भी अच्छा खेलते रहेंगे।
सुमित पासी अच्छे फार्म में हैं और 334 मिनट के खेल में दो गोल कर चुके हैं। वह एफसी पुणे सिटी के खिलाफ अपने खेल को फिर से दोहराना चाहेंगे। तीसरे ब्रेक में जाने पहले जमशेदपुर को चार मैच खेलने हैं और इनमे से तीन मैच घर में खेले जाने हैं। ऐसी स्थिति में जमशेदपुर की टीम जीत की पटरी पर आसानी से लौट सकती है। इस बीच, चेन्नइयन एफसी को तालिका में अपनी स्थिति बेहतर करने के लिए आने वाले मैचों से अधिक से अधिक अंक बटोरने होंगे। यह टीम चार अंकों के साथ नौवें स्थान पर है। दो बार के चैम्पियन ने अब तक कुल सात मैच खेले हैं। कोच जॉन ग्रेगोरी को इस बात का सुकून होगा कि कप्तान मेल्सन आल्वेस पुणे के खिलाफ हुए अंतिम मैच में फार्म में वापसी करने में सफल रहे हैं। वह यह भी चाहेंगे कि जेजे लालपेखलुआ भी अपने श्रेष्ठ फार्म में लौटें और गोल का अपना खाता खोलें। अनिरुद्ध थापा और जर्मनप्रीत ंिसह ने भारत के लिए जॉर्डन के खिलाफ काफी मेहनत की थी और अब चेन्नइयन के मिडफील्ड में इन्हें अच्छा खेल दिखाना होगा क्योंकि इनका सामना मारियो अर्क्वेस और मेमो जैसे खतरनाक खिलाड़ियों के साथ होना है। ग्रेगोरी ने कहा कि बीते साल जब हम यहां आए थे, तब हम अधिक ताकतवर थे। अब जमशेदपुर की अधिक शक्तिशाली है। हम इस मैच को किसी भी लिहाज से हल्के में नहीं ले रहे हैं।