इंदौर पुलिस ने 3 घंटे में खोज ली बच्ची
इंदौर। भोपाल पुलिस की लापरवाही के चलते नौ साल की बच्ची अपनी जान गवां बैठी वहीं इंदौर पुलिस ने नौ साल की एक बच्ची के गायब होने की जानकारी के बाद महज तीन घंटे में ढूंढ निकाला। एसएसपी, इंदौर रुचिवर्धन मिश्रा ने बताया हमने थानों को ताकीद कर रखा है कि छोटे बच्चों के मामले में संवेदनशीलता बरतते हुए त्वरित कार्यवाही की जाए। थाना एमआईजी ने बेहतर काम किया। टीआई इंद्रेश त्रिपाठी समेत पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया। पुलिस की इस कार्रवाई की मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रसंशा की है। कमलनाथ ने ट्वीट किया है कि बहन बेटियां की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के निर्देश पर इंदौर में रविवार को सुबह गायब हुई 9 साल की बालिका को तीन घंटे में पुलिस ने सीसीटीवी की मद से खोज निकाला। अनहोनी घटना को रोकने की दिशा में यह कार्यरू प्रशंसनीय है।
जहां भोपाल पुलिस की लापरवाही के चलते नौ साल की एक मासूम बच्ची दुष्कर्म का शिकार बनने के बाद अपनी जान गवां बैठी। वहीं इंदौर पुलिस ने नौ साल की एक बच्ची के गायब होने की जानकारी के बाद सक्रियता दिखाते हुए उसे तीन घंटे के भीतर ढूंढ निकाला। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद एसएसपी इंदौर भी अपडेट लेती रहीं और बच्ची के मिलने के बाद एमआईजी पुलिस की सराहना करते हुए पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया। इंदौर के एमआईजी थाना प्रभारी इंद्रेश त्रिपाठी ने बताया कि बालकृष्ण रिंगनोदिया निवासी जैतपुरा जिला धार इन दिनों इंदौर के अंबेडकर नगर में रहता है। पेशे से ड्राइवर बालकृष्ण की पहली पत्नी की मौत हो चुकी है उसने दूसरी शादी कर रखी है। पहली पत्नी से उसकी बेटी प्रमिला है जो दादा-दादी के पास जैतपुरा में रहती है। उसे वह कुछ दिन पहले इंदौर लेकर आया था। उसका मन यहां नहीं लगता था। इस बीच कल सुबह बच्ची घर से गायब हो गई तो आसपास तलाशने के बाद इसकी सूचना दोपहर करीब एक बजे एमआईजी थाने में दी गई। टीआई त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस ने रविवार का दिन होने के बाद भी अंबेडकर नगर के आसपास स्थित दुकानों को खुलवाकर उनमें लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो बच्ची पैदल जाते दिखी। इसी आधार पर उस दिशा में उसकी तलाश की गई जिस ओर वह जा रही थी। करीब चार किमी दूरी जाने के बाद वह भटक रही थी, इस बीच पुलिस ने हुलिये के आधार पर तीन घंटे के भीतर उसे बरामद कर लिया।
इनका कहना है...
हमने सभी थानों को ताकीद कर रखा है कि छोटे बच्चों के मामले में संवेदनशीलता बरतते हुए त्वरित कार्यवाही की जाए। इसी के चलते थाना एमआईजी ने बेहतर काम किया और तीन घंटे की मशक्कत के बाद बच्ची को ढूंढ निकाला। टीआई समेत इन पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया है।
रुचिवर्धन मिश्रा, एसएसपी, इंदौर