कमलनाथ के भाजपा की सीट पर चुनाव लडऩे की रणनीति...

कमलनाथ के भाजपा की सीट पर चुनाव लडऩे की रणनीति...

भोपाल
वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री कमलनाथ सिवनी से उपचुनाव लड़ सकते हैं। वे भाजपा की सीट से चुनाव लडऩे की रणनीति पर काम कर रहे हैं जिससे कांग्रेस की एक सीट में इजाफा हो सके। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस सिवनी से भाजपा विधायक दिनेश राय (मुनमुन) के संपर्क में है।


मुनमुन के कमलनाथ से करीबी रिश्ते माने जाते हैं, जिसके चलते ये कयास लगाए जा रहे हैं कि सीट छोडऩे पर उन्हें किसी निगम-मंडल में कुर्सी दी जा सकती है। मुनमुन ने राज्यसभा चुनाव में भी कांग्रेस का साथ दिया था।

दरअसल, तब विवेक तन्खा को राज्यसभा चुनाव में जिताने का जिम्मा कमलनाथ ने लिया था और मुनमुन ने उस समय तन्खा के पक्ष में वोट किया था। हालांकि मुनमुन कहते हैं कि वे जनता से गद्दारी नहीं करेंगे, उन्हें क्षेत्र का विकास करना है।

सौंसर दूसरी पसंद
छिंदवाड़ा की सौंसर सीट कमलनाथ के लिए दूसरी पसंद मानी जा रही है। यहां से विजय चौरे कांग्रेस के विधायक हैं। उनकी जीत का अंतर 20 हजार रहा है, जबकि छिंदवाड़ा से 14 हजार और चौरई सीट से 13 हजार वोट के अंतर से कांग्रेस उम्मीदवार जीते हैं।

यहां मंदिर-मस्जिद के पास से हटाए जाएंगे मतदान केंद्र ...
वहीं दूसरी ओर लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस बार मंदिर, मस्जिद सहित अन्य धार्मिक स्थलों के पास से मतदान केन्द्र हटाए जाएंगे। ऐसा राजनीतिक दलों की आपत्ति के बाद किया जा रहा है।

जिलों में नए मतदान केन्द्र बनाने के लिए मैपिंग की जा रही है, अब एक भवन में दो से अधिक मतदान केन्द्र नहीं बनाए जाएंगे। चुनाव आयोग का मानना है कि एक भवन में दो से ज्यादा केन्द्र होने से मतदाताओं में भ्रम की स्थिति बनती है।

ग्रामीण मतदाताओं की सुविधा के लिए एक से आधे किलोमीटर की दूरी पर केन्द्र बनाए जाने की भी योजना है। अनुमान है कि लोस चुनाव में 5 से 10 लाख नए मतदाताओं के नाम जुड़ेंगे। इसलिए विधानसभा की तुलना में लोस चुनाव में केन्द्रों की संख्या दस फीसदी बढ़ाई जाएगी।