कर्जमाफी की मंशा नहीं थी, इसलिए समय पास कर रही थी कांग्रेस : सिंह
उज्जैन
कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के पहले अपने वचन पत्र में किसानों का 2 लाख तक का कर्ज माफ करने का वादा किया था, जो आज तक पूरा नहीं हो पाया है। कांग्रेस ने यह वादा सिर्फ प्रदेश के किसानों को बरगलाने के लिए किया था, वास्तव में उनकी कर्जमाफी की मंशा ही नहीं थी। सरकार के पास पूरा रिकार्ड होता है। यदि कांग्रेस सरकार की मंशा कर्जमाफी की होती, तो ये नीले, पीले, लाल, हरे फार्म नहीं भरवाती। ये कर्जदार किसानों के नाम बैंकों से मंगाकर कर्जा माफ कर देते। लेकिन ये सिर्फ लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने का इंतजार कर रहे थे, ताकि कर्जमाफी से बचा जा सके।
यह बात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद राकेश सिंह ने उज्जैन जिले के घट्टिया में विजय संकल्प यात्रा के दौरान आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कही। सभा को नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और पूर्व मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी संबोधित किया। प्रदेश अध्यक्ष सिंह ने कहा कि देश में कांग्रेस की सरकार के दौरान रोज भ्रष्टाचार का नया मामला सामने आता था, जिससे देश बदनाम हो गया था। लेकिन मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद लोगों में देश की दशा और दिशा बदलने का विश्वास जगाया। मोदी जी के सत्ता में आने के बाद देश का बच्चा-बच्चा गौरवान्वित महसूस करता है।
आचार संहिता से चार घंटे पहले ही भेज दिए मैसेज : गोपाल भार्गव
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि कर्जमाफी से बचने के लिए कांग्रेस सरकार आचार संहिता लगने का इतनी बेसब्री से इंतजार कर रही थी कि रविवार को आचार संहिता लगने से चार घण्टे पहले ही किसानों के मोबाइल पर कर्जमाफी तीन महीने के लिए टलने के मुख्यमंत्री कमलनाथ के मैसेज पहुँचने लगे। उन्होंने पूछा कि क्या कमलनाथ सरकार अंतर्यामी है, जिससे आचार संहिता लगने के 4 घंटे पहले ही जानकारी मिल गई थी। भार्गव ने कहा कि काँग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने 10 दिनों में प्रदेश के सभी किसानों का 2 लाख का कर्ज माफ करने की घोषणा की थी। लेकिन मुझे कोई भी किसान 2 लाख की कर्जमाफी का प्रमाण पत्र दिखा दे, तो मैं उसे 2 लाख का इनाम दूंगा।
राहुल बताएं कितने मुख्यमंत्री बदलेः डॉ. नरोत्तम मिश्रा
पूर्व मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि 10 दिनों कर्ज माफी नहीं हुई तो मुख्यमंत्री बदल देंगे, अब 70 दिन से ऊपर हो चुके हैं, राहुल गांधी बताएं कि उन्होंने कितने मुख्यमंत्री बदले। डॉ. मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ सरकार अब युवाओं को पशु चराने और बेंड बजाने की ट्रेनिंग दे रही है, जो युवाओं के साथ मजाक है।