खनिज माफिया ने दो रेत खदानों से 151 करोड़ का अवैध खनन, आज विधानसभा में उठा मामला

भोपाल
खनिज माफिया ने टीकमगढ़ जिले की दो रेत खदानों से 151 करोड़ रुपए की रेत का अवैध रूप से खनन किया है। अवैध खनन के काम में लगी आधा दर्जन कम्पनियों के विरुद्ध अब केस दर्ज कर वसूली की कार्यवाही की जा रही है। यह जानकारी खनिज साधन मंत्री प्रदीप जायसवाल ने आज विधानसभा में दी।
विधानसभा में विधायक राहुल सिंह लोधी ने टीकमगढ़ जिले में रेत खदानों और अवैध खनन की जानकारी मांगी थी। इसके जवाब में बताया गया कि जिले में 24 रेत खदाने खनिज विकास निगम से संचालित हैं। इसमें दो में रेत खनन का काम चल रहा है। 21 खदानों में ठेके खनिज नीति के आधार पर सरेंडर किए जा चुके हैं वहीं एक खदान वैधानिक अनुमति नहीं होने से बंद है।
मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा है कि दो रेत खदानों में अवैध खनन किया जाना पाया गया है जिस पर प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की गई है। यहां अवैध रेत खनन करने वाली कम्पनियों पर करीब 151 करोड़ रुपए की पेनाल्टी लगाई गई है जिसके प्रकरण न्यायालय में चल रहे हैं।
विधानसभा में दी गई जानकारी में बताया गया कि टीकमगढ़ जिले में मातोल खरगापुर, गोना पलेरा और उर नदी टानगा पलेरा में मे. शिवा कारपोरेशन 80 करोड़ 34 लाख 62 हजार रुपए, करोला पलेरा, पचौरा लिधौरा, वीरपुरा लिधौरा, मोहनगढ़ में मेसर्स अंबे सप्लायर्स ने 16.34 करोड़ की अवैध रेत का खनन किया है। इसी तरह डिजियाना प्राइवेट लिमिटेड इंदौर ने उपरारा लिधौरा में 41 करोड़ 21 लाख रुपए रेत की अवैध निकासी की है जिसकी जांच के बाद उस पर वसूली का केस चल रहा है। इसी जिले में मेसर्स शक्ति ट्रेडर्स कटनी द्वारा करौला पलेरा में 12.37 करोड़ रुपए की रेत का अवैध खनन किया गया है।