जलभराव के बीच खुले नाले में बह गई 7 साल की बच्ची
गाजियाबाद
निगम की लापरवाही की वजह से श्यामपार्क मेन में 7 साल की एक बच्ची खुले नाले में गिरकर बह गई। बच्ची के पिता ने नाले में छलांग लगाकर बेटी को तलाशने की काफी कोशिश की, लेकिन बच्ची का पता नहीं चला। सूचना मिलने के बाद पुलिस, दमकल और एनडीआरएफ की टीमें भी मौके पर पहुंचीं। देर शाम तक बच्ची को तलाशने का काम जारी रहा।
जानकारी के अनुसार श्यामपार्क मेन के मकान नंबर-543 में कृष्णा उर्फ काजू किराए के मकान में रहते हैं। उनकी दो बेटियां आरती(8), भारती (7) और एक बेटा अनमोल(5) है। दोपहर करीब 2 बजे भारती पड़ोस के बच्चों के साथ बारिश में बाहर सड़क पर खेल रही थी। तेज बारिश के कारण सड़क पर जलभराव होने की वजह से बगल से बह रहा नाला दिखाई नहीं दे रहा था। इस बीच पानी पर तैरती एक बॉल को पकड़ने के लिए बच्ची दौड़ी और नाले में गिरकर बह गई। सूचना मिलते ही बच्ची के पिता मौके पर पहुंचे और नाले में कूदकर बेटी को काफी देर तक तलाशा, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। इस बीच सूचना पर दमकल, पुलिस और एनडीआरएफ की टीम भी पहुंची।
बनाते रहे विडियो
लोगों का आरोप है कि जिस समय बच्ची नाले में डूब रही थी, उस दौरान पड़ोस के एक घर के लोग मोबाइल से उसका विडियो बना रहे थे। कुछ ही सेकेंड में बच्ची पानी में बहती हुई नाले में गुम हो गई। इन लोगों ने बच्ची को बचाने का प्रयास तक नहीं किया।
गोताखोर न मिलने पर जताई नाराजगी
स्थानीय लोगों ने पुलिस और दमकल की टीमों के साथ मिलकर बच्ची को तलाशने का काम किया, करीब ढाई घंटे बाद भी कोई गोताखोर नहीं आने पर लोगों ने नाराजगी जताई। लोगों ने आरोप लगाया कि अगर तुरंत गोताखोर आते तो शायद बच्ची को खोज लिया जाता। शाम तक बच्ची के न मिलने पर पुलिस ने एनडीआरएफ को मदद के लिए बुलाया।