जान बचाने 30 फीट गहरी खाई में कूदे गांव वाले

इटावा
खिड़किया रामलीला ग्राउंड पिनाहट आगरा के रहने वाले श्रद्धालुओं से भरी डीसीएम के 30 फिट गहरी खाई में पलटने से 12 श्रद्धालुओं की मौत हो गई जबकि 40 श्रद्धालु घायल हो गए। घायलों को 30 फीट गहरी खाई से निकालने के लिए आसपास के गांव वालों ने जान की बाजी लगा दी। रस्सी, डंडों के सहारे घायलों को आनन-फानन निकालकर एंबुलेंस से लादकर जिला अस्पताल भेजा गया। उधर, पुलिस की गाड़ियों के अलावा राहगीरों ने भी अपनी गाड़ियों से घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाने में मदद की।
एक दूसरे की मदद का जज्बा शनिवार की दोपहर में यहां आगरा चकरनगर रोड पर कसौआ गांव के सामने हुए हादसे में दिखा। 60 श्रद्धालुओं से भरी डीसीएम के अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे गहरी खाई में गिरने से चीख-पुकार मच गई। राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। महज 20 मिनट में ही बढ़पुरा पुलिस मौके पर पहुंच गई और खाई में फंसे श्रद्धालुओं की मदद को प्रयास में जुट गए। इसी बीच घटना स्थल के पास स्थित गांव कसौंगा, कसौआ, खेड़ा अजबसिंह के निवर्तमान प्रधान गब्बर सिंह भदौरिया समेत अन्य लोग भी एकत्र हो गए। सभी कराहते श्रद्धालुओं को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना ही खाई में कूद पड़े। लगभग दो घंटे के कठिन प्रयास के बाद सभी घायलों को खाई से निकाला गया।
इस बीच पहले से पुलिस द्वारा बुलाई गई एंबुलेंसों से घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया। जब एंबुलेंस चलीं तो फिर कुछ और घायलों को निकाला गया। इन्हें पुलिस अफसरों ने अपनी गाड़ियों से भेजा। यही नहीं 4 राहगीरों ने भी घायलों को अपनी कारों से जिला अस्पताल पहुंचाया। हालांकि तब तक कई घायलों की हालत बिगड़ चुकी थी। जिला अस्पताल पहुंचते पहुंचते इनमें से 10 की मौत हो गई, जबकि एक घायल की मौत इलाज शुरू होने के कुछ समय बाद ही हो गई।