जेट एयरवेज को 1,261 करोड़ रुपए का घाटा
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नई दिल्ली
निजी विमानन कम्पनी जेट एयरवेज को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 1,261 करोड़ रुपए का शुद्ध एकीकृत घाटा हुआ है। इससे पिछले वित्त वर्ष की जुलाई-सितम्बर अवधि में कम्पनी ने 71 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। समीक्षावधि में जैट एयरवेज की प्रतिद्वंद्वी कम्पनी इंडिगो को भी 652.13 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ है जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसे 551.56 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
विमानन कम्पनियां ईंधन की ऊंची लागत, रुपए में गिरावट और बाजार की प्रतिस्पर्धा से जूझ रही हैं। इससे उनकी परिचालन लागत बढ़ी है। नकदी की कमी का सामना कर रही जैट एयरवेज को एकल आधार पर 1,297.46 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ है जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में कम्पनी को 49.63 करोड़ रुपए का एकल शुद्ध लाभ हुआ था। नकदी की कमी से कम्पनी को अपने स्टाफ का वेतन समय पर देने में भी दिक्कत आ रही है। कम्पनी ने एक बयान में बताया कि समीक्षावधि में उसकी कुल बिक्री 6,363 करोड़ रुपए रही जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही की 5,952 करोड़ रुपए की आय से 6.9 प्रतिशत अधिक है।
कच्चे तेल की कीमतें बढऩे से कम्पनी के ईंधन पर खर्च में बढ़ौतरी दर्ज की गई है। समीक्षावधि में कम्पनी का ईंधन पर व्यय 58.6 प्रतिशत बढ़कर 2,419.76 करोड़ रुपए रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 1,525.66 करोड़ रुपए था। कम्पनी के मुख्य कार्यकारी विनय दुबे ने कहा कि उनका स्पष्ट लक्ष्य लाभ कमाने पर है। हम अभी बदलाव के दौर के बीच में हैं। वे अपने सभी सहयोगियों के साथ जुड़े हैं जो घरेलू विमानन क्षेत्र की चुनौतियों को समझते हैं और सहयोगी बने हुए हैं।