झोला छाप डॉक्टर ने टूटे हुए हाथ की जगह दूसरे हाथ का किया प्लास्टर, बच्चे की हालत बिगड़ी

कैमूर
बिहार के कैमूर जिले में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, यहां एक झोला छाप डॉक्टर ने बच्चे के टूटे हुए हाथ की जगह दूसरे हाथ का प्लास्टर कर दिया. इससे बच्चे की तबियत और बिगड़ गई. इसके बाद उसे आनन-फानन में दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है.
जानकारी के मुताबिक, कैमूर जिले के कुदरा थाना क्षेत्र स्थित देवराढ़ कला गांव का है. गांव निवासी अनिल कुमार सिंह के 6 साल के बेटे आनंद का निजी अस्पताल में टूटे हुए हाथ का प्लास्टर होना था. इसलिए उसे लालापुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. कहा जा रहा है कि निजी अस्पताल में मासूम बच्चे के साथ एक झोला छाप डॉक्टर ने गलत इलाज कर दिया.
डॉक्टर ने टूटे हुए हाथ की जगह दूसरे हाथ का प्लास्टर कर दिया. इससे बच्चे की तबियत और खराब हो गई. मामला प्रकाश में आने पर डीएम ने संज्ञान लिया. डीएम ने जिले भर के झोला छाप डॉक्टरों के निजी क्लिनिक की जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है. फिलहाल, बच्चे का सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
बता दें कि पिछले साल पटना में भी एक डॉक्टर ने महिला का टूटे हुए साथ की जगह दूसरे हाथ का प्लास्टर कर दिया था. बाद में डॉक्टर ने हंगामा होता देख झट से प्लास्टर काटा और महिला के पैसे भी लौटा दिए थे. ये पूरा मामला दुल्हिन बाजार प्राथमिक अस्पताल का था, जहां तैनात डॉ. आनंद ने बेलहरी की रहने वाली 35 वर्षीय पूनम देवी के कलाई पर प्लास्टर चढ़ा दिया था.
ये प्लास्टर उन्होंने सरकारी अस्पताल के बगल के एक निजी नर्सिंग होम में जाकर लगाया था. प्लास्टर होने के बाद महिला का हाथ फूलने लगा था. जिसे देखते हुए पीड़िता एक हड्डी रोग विशेषज्ञ को दिखाने निजी अस्पताल में गई. जहां डॉक्टर एक्स-रे देखकर हंसने लगा और बताया कि बिना टूटे हुए हाथ का प्लास्टर कर दिया गया है.