टच स्क्रीन पर होगा टेस्ट, हाथोंहाथ मिलेंगे लर्निंग DL

टच स्क्रीन पर होगा टेस्ट, हाथोंहाथ मिलेंगे लर्निंग DL

 
नई दिल्ली 

ट्रांसपोर्ट सर्विसेज में बड़े सुधारों के लिए ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया गया है। मोटर लाइसेंसिंग ऑफिस (MLO) में जाने वाले लोगों को अगले साल अप्रैल से ट्रांसपोर्ट सर्विसेज के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। ट्रांसपोर्ट सर्विसेज को पासपोर्ट ऑफिस की तरह ऑर्गेनाइज करने का प्लान बनाया गया है। लाइसेंस, आरसी की सर्विसेज को देख रही डिम्ट्स की छुट्टी हो सकती है और डिम्ट्स के बदले नई एजेंसी को जिम्मेदारी दी जाएगी। ट्रांसपोर्ट सर्विसेज के बदलावों का खाका तैयार करने के मकसद के साथ इंटरनैशनल लेवल की कंपनी को कंसल्टेंट अपॉइंट किया गया है और अप्रैल से बड़े बदलाव लागू हो जाएंगे।  
 
एमएलओ ऑफिस में सबसे ज्यादा ऐप्लिकेशन लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस के लिए होती हैं। करीब 10 मिनट का कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट होता है। ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में ऑपरेशन ब्रांच के सूत्रों के मुताबिक, सुधार के लिए जो कॉन्सेप्ट पेपर बनाया गया है, उसमें टच स्क्रीन कियोस्क के जरिए लर्निंग लाइसेंस के लिए टेस्ट हुआ करेगा। हर एमएलओ ऑफिस में बड़ी-बड़ी टीवी स्क्रीन भी लगाई जाएंगी। 

अभी एमएलओ ऑफिस में लाइसेंस, आरसी का काम दिल्ली इंटीग्रेटिड मल्टी-मॉडल ट्रांजिट सिस्टम (डिम्ट्स) के जिम्मे है, लेकिन परेशानियों को देखते हुए अब अगले साल जनवरी में नई एजेंसी के लिए टेंडर किया जाएगा। अभी हिंदी व इंग्लिश में टेस्ट होता है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि लोगों की मांग आ रही है कि पंजाबी व उर्दू में भी टेस्ट हो और पूरी उम्मीद है कि अब चार भाषाओं में भी टेस्ट होगा। जिस तरह से एटीएम यूज करते हैं, उसी तरह से लोग टच स्क्रीन पर टेस्ट दे सकेंगे। 

ब्लूप्रिंट के मुताबिक, एमएलओ ऑफिस में आनेवालों को नया सिस्टम लागू होने के बाद लाइनों में लगने की जरूरत नहीं होगी। उन्हें टोकन मिलेगा और वेटिंग टाइम बता दिया जाएगा। हर ऑफिस में हेल्प डेस्क होगी। टोकन मिलने के बाद बताया जाएगा कि कौन से काउंटर पर जाना होगा। लर्निंग लाइसेंस के लिए टच स्क्रीन पर टेस्ट होगा। हर एमएलओ ऑफिस में महिलाओं के लिए अलग काउंटर होंगे। इसके अलावा, कॉफी और कोल्ड ड्रिंक के लिए वेंडिंग मशीनें भी लगाई जाएंगी। टीवी स्क्रीन पर टोकन नंबर डिस्प्ले होगा। 

502077 लर्निंग लाइसेंस बने थे 
2017 में कुल 502077 लर्निंग लाइसेंस बनाए गए थे। हर साल यह नंबर बढ़ रहा है। परमानेंट लाइसेंस बनवाने वालों का नंबर 248397 था। इसके अलावा 73528 डुप्लिकेट ड्राइविंग लाइसेंस बने थे। 218711 लाइसेंस रिन्यू हुए और 24335 ऐप्लिकेशन एड्रेस चेंज करने के लिए आई थी।