दूसरे चरण के मतदान के लिए प्रचार-प्रसार में जुटे किन्नर

दूसरे चरण के मतदान के लिए प्रचार-प्रसार में जुटे किन्नर

रायपुर 
छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के मतदान के लिए किन्नर प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में हैं. अक्सर बच्चों के जन्म और शादी के मौकों पर ताली बजाकर बधाई मांगने वाले किन्नर इस बार छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में ताल ठोक रहे हैं. बता दें कि चुनावी मैदान में 4 किन्नर प्रत्याशी खड़े हैं.

मध्य प्रदेश की शबनम मौसी राजनीति में आने वाली किन्नरों की आइकन मानी जाती हैं. बता दें कि शबनम मौसी विधायक रह चुकी हैं. वहीं इस बार एक साथ कई किन्नरों के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरने से मामला और भी खास हो गया है. करीब 6 सीटों पर किन्‍नर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. साथ ही विकास के मुद्दे को लेकर जनता से वोट मांग रहे हैं.

छत्तीसगढ़ में करीब 1 करोड़ 80 लाख वोटर हैं. इनमें किन्नर वोटरों की संख्या 940 है. राज्य की 90 विधानसभा सीटों में केवल 6 सीट ऐसी हैं, जहां किन्नर वोटर नहीं हैं. बाकी सभी 84 सीटों पर एक या उससे अधिक किन्नर वोटर हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में भी मनेंद्रगढ़ सीट से एक किन्नर ने चुनाव लड़ा था. हालांकि ये बात अलग है कि उसकी जमानत जब्त हो गई थी.

बहरहाल, इन विधानसभा क्षेत्रों से किन्नर अपनी दावेदारी कर रहे हैं. इसमें बिलासपुर सीट से राजा किन्नर, अंबिकापुर से मुस्कान, प्रेमनगर सीट से विद्या किन्नर, दुर्ग शहर से कंचन सेंडे चुनावी मैदान में हैं. सभी निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. वहीं कोरबा में मालती और रायगढ़ में मधु के किस्मत का फैसला हो गया.

बता दें कि 6 सीटों पर 30 से ज्यादा किन्नर वोटर हैं. सबसे ज्यादा रायपुर में ट्रांसजेंडर वोटर हैं. रायपुर उत्तर में 82, रायपुर दक्षिण में 56, रायपुर ग्रामीण में 54 और रायपुर पश्चिम में 40 ट्रांसजेंडर वोटर हैं.

वहीं सबसे कम मतदाता वर्ग वाले किन्नर प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीटों पर अपनी ताल ठोक रहे हैं. जीत-हार अपनी जगह है, लेकिन समाज सुधार के नारे के साथ चुनावी मैदान में उतरने का इनका जज्बा ही सियासी गलियारों में चर्चा का बना हुआ विषय है.