ध्रुवीकरण के लिए ब्रैंड हिंदुत्व का राष्ट्रीय चेहरा बने योगी!
लखनऊ
वोटों के ध्रुवीकरण के लिए बीजेपी ने अब सीएम योगी आदित्यनाथ को ब्रैंड हिंदुत्व का राष्ट्रीय चेहरा बना दिया है। योगी भी इसी राह पर चल दिए हैं। उनके भाषणों में हिंदुत्व का ही दम दिखाई पड़ रहा है। सूत्रों की मानें तो लोकसभा चुनावों में भी मोदी को विकास तो योगी को हिंदुत्व के चेहरे के तौर पर भाजपा पूरे देश में पेश करेगी। फिलहाल उन्हें राज्यों के चुनाव में प्रयोग के तौर पर हिंदुत्व के चेहरे के तौर पर ही इस्तेमाल किया जा रहा है। यही वजह है कि योगी की चुनाव प्रचार के लिए लगातार डिमांड भी बढ़ रही है। राजस्थान में उनकी सभाओं की संख्या भी बढ़ा दी गई है।
काम से बनाया हिंदुत्व का ब्रैंड
योगी ने यूपी का सीएम बनने के बाद देश के सामने अपने कामकाज से ही हिंदुत्व के अगुआ के तौर पर पेश किया है। चाहे हाल ही में फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या करने का मामला हो या इलाहाबाद को प्रयागराज की पहचान दिलाने की पहल, योगी अपने काम से हिंदुत्व की सांस्कृतिक विरासत को लौटाने में जुटे हुए हैं।
इससे पहले उन्होंने अयोध्या में दीपोत्सव मनाया तो बृज में होली और काशी में देवदीपावली को मनाकर हिंदू संस्कृति को आगे बढ़ाया। नवरात्र में देवी स्थलों पर 24 घंटे बिजली देकर भी उन्होंने बताया कि हमारे लिए देवी-देवताओं के स्थल प्राथमिकता में हैं। उन्होंने अयोध्या में ही भगवान राम की 221 मीटर ऊंची प्रतिमा लगाने की भी घोषणा की है। सरकार अब रामलीला मैदानों की चारदीवारी बनाने के बाद कुंभ को भी अपनी सांस्कृतिक विरासत के तौर पर पेश करेगी।
भाषणों में दिख रहा कट्टर हिंदुत्व
योगी के भाषणों में कट्टर हिंदुत्व की छाप दिख रही है। उनका इस्तेमाल भी भाजपा उन इलाकों में कर रही है, जहां बहुतायत में मुस्लिम रहते हैं। राजस्थान और मध्य प्रदेश के ऐसे इलाकों में ही जाकर योगी ने साफ कहा- ‘आपके लिए अली मुबारक, पर हमारे लिए तो बजरंगबली ही काफी हैं। मध्य प्रदेश में उन्होंने ही राम मंदिर निर्माण की बात की। यह भी कहा कि इसमें कैसे कांग्रेस बाधा बन रही है। वह तेलंगाना पहुंचे तो उन्होंने अली को लेकर सवाल खड़े करने वाले एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी पर ही हमला बोल दिया, कहा- ‘अगर बीजेपी सत्ता में आयी तो ओवैसी निजाम की तरह यहां से भागेंगे।’