नेपाल ने जारी किया नया लोगो, जानिए क्यों घर में ही हो रहा विरोध  

नेपाल ने जारी किया नया लोगो, जानिए क्यों घर में ही हो रहा विरोध  

काठमांडू 
नक्शे में बदलाव के बाद नेपाल में संसद सचिवालय की ओर से सांसदों के लिए नया लोगों जारी किया गया है, जो घर में ही विवादों के घेरे में आ गया है। सांसदों ने इसमें नक्शे और झंडे को गलत तरीके से दिखाए जाने का आरोप लगाते हुए इसे भद्दा भी बताया है। संसद सचिवालय ने सफाई देते हुए कहा है कि यह थोड़ा बदसूरत दिखता है क्योंकि इसे हाथ से बनाया गया है। नेपाली न्यूज वेबसाइट कांतिपुर की एक खबर में बताया गया है कि कालापानी, लिपुलेक और लिंपियाधुरा को नक्शे में सामिल किए जाने के बाद संसद के लोगो को भी संशोधित किया गया है। सांसदों ने मानचित्र को गलत तरीके से दिखाए जाने को लेकर असंतोष व्यक्त किया है। ऐसा करने वालों में नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी के सांसद भी शामिल हैं।  सांसद विजय सुब्बा ने संसद के लोगो के खिलाफ सोशल मीडिया पर विरोध जताते हुए लिखा, "यदि यह प्रचार के अनुसार है, तो आप इस तरह के खराब, अशुद्ध, बदसूरत और हास्यास्पद लोगो को कैसे पहन सकते हैं?" यह कैसे अनुमोदित किया गया था? ऐसा लोगों बनाने वाले को संसद, नेपाल और राष्ट्रीय ध्वज के अपमान के लिए दंडित किया जाना चाहिए।''

सांसदों ने यह भी कहा कि लोगो पर लगाया गया झंडा फहराया नहीं गया। सांसदों ने यह भी कहा है कि ध्वज पर चंद्रमा और सूरज का मिलान नहीं किया गया है और किनारों पर रंगों का मिलान नहीं किया गया। कानून, न्याय और संसदीय मामलों के मंत्री शिवमया तुंबांगफे ने कहा कि लोगो पर नक्शा सही नहीं है और झंडा भी सही नहीं है। बताया जा रहा है कि संसद सचिवालय ने लोगो बनाने के लिए लगभग 20 लाख नेपाली रुपए खर्च किए हैं।