प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों से बचाएगा गुड़

प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों से बचाएगा गुड़

 
प्रदूषण के कारण लोगों में अस्थमा, ब्रॉन्काइटिस, पल्मोनरी डिजीज और बच्चों में निमोनिया का खतरा बढ़ रहा है। आने वाले दिनों में हवा में प्रदूषण का स्तर और बढ़ने की आशंका है। हालांकि गुड़ के सेवन से प्रदूषण से होने वाली समस्याओं से काफी हद तक बचा जा सकता है। हाल में हुए एक शोध में पाया गया कि धूल और धुएं में काम करने वाले जो मजदूर रोजाना गुड़ खाते थे, उनमें प्रदूषण से होने वाली बीमारियों की संभावना कम पाई गई। दरअसल, गुड़ प्राकृतिक रूप से शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है और गंदगी को साफ करता है। 
 
बरसों से गुड़ भारतीय खानपान का हिस्सा रहा है। आज भी काफी लोग खाना खाने के बाद गुड़ जरूर खाते हैं, क्योंकि यह पाचन में मदद करता है। साथ ही शरीर का मेटाबॉलिज्म ठीक रखता है। गुड़ अस्थमा के रोगियों के लिए फायदेमंद है क्योंकि इसमें ऐंटी-ऐलर्जिक गुण होते हैं। 
  
पलूशन से बचाएगी यह 'डीटॉक्स टी'
हर साल दिवाली के बाद खराब होने वाला हालात इस बार दिवाली से पहले ही नजर आ रहे हैं। वायु प्रदूषण और जहरीली हवा ने दिल्ली-एनसीआर को पूरी तरह से घेर लिया है। जब दिवाली के पहले ये हालात हैं तो दिवाली के बाद क्या होगा, अंदाजा लगाया जा सकता है। इस जहरीली हवा में सांस लेना मुश्किल हो रहा है, लोगों को सिरदर्द हो रहा है, सर्दी-जुकाम ठीक होने का नाम नहीं ले रहा और ऐलर्जी भी ठीक नहीं हो रही। एक तरफ जहां इस स्थिति से पूरी तरह से बचना नामुमकिन है वहीं, आप कुछ जरूरी सावधानियां बरतकर पलूशन के असर को कम जरूर कर सकते हैं। इन्हीं में से एक है डीटॉक्स टी...

पलूशन से बचाएगी यह 'डीटॉक्स टी'
हेल्थ एक्सपर्ट ल्यूक कोटिन्हो ने हाल ही में यह आइडिया दिया कि 'मैजिकल लंग टी' पीने से शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स यानी हानिकारक तत्वों और पल्यूटेंट्स को शरीर से बाहर निकालने में मदद मिलेगी। यह एक ऐसी चीज है जिसे सभी लोगों को जरूरी ट्राई करना चाहिए।

पलूशन से बचाएगी यह 'डीटॉक्स टी'
अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए ल्यूक ने कहा, 'मौजूदा समय में बढ़ता वायु प्रदूषण और सर्दियों का स्मॉग चिंता की सबसे बड़ी वजह है और इसी के कारण अस्थमा, म्यूकस बनना, साइनस, सांस लेने में होने वाली तकलीफ, खांसी-जुकाम और सांस से संबंधित दूसरी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। मौजूद है कि एक असरदार मैजिक लंग टी जिसे आप बड़ी आसानी से घर पर ही बना सकते हैं और वह भी किचन में मौजूद बेसिक मसालों और जड़ी बूटियों के इस्तेमाल से। इस चाय की मदद से लंग्स डीटॉक्स होते हैं और कंजेशन से भी छुटकारा मिलता है। इस जादुई चाय को ट्राई करें और दिवाली के बाद होने वाले पलूशन और स्मॉग से बचें।'

 
पलूशन से बचाएगी यह 'डीटॉक्स टी'
एक बर्तन में 2 कप पानी लें और उसे उबलने दें। इसके बाद इसमें आधा इंच अदरक, दालचीनी का छोटा टुकड़ा या एक चौथाई चम्मच दालचीनी पाउडर, थोड़ा सा गुड़, आधा चम्मच तुलसी के पत्ते, 1 चम्मच सूखा ओरिगैनो, 3 काली मिर्च, 2 इलायची कुटी हुई, एक चौथाई चम्मच सौंफ, चुटकी भर अजवाइन, एक चौथाई चम्मच जीरा, लहसुन की 1-2 कली- इन सभी साम्रगियों को उबले पानी में डालें और करीब 10 मिनट तक इन सारी चीजों को धीमीआंच पर पानी में अच्छी तरह से मिक्स होने दें। फिर गैस बंद कर दें और चाय को कप में छान लें। इस चाय का फायदा तब ही है जब आप इसे गर्म-गर्म पिएं।

पलूशन से बचाएगी यह 'डीटॉक्स टी'
इस मैजिकल टी में अदरक, दालचीनी, गुड़, लहसुन और तुलसी जैसे पावरफुल इन्ग्रीडिएंट्स मौजूद हैं जो हर भारतीय किचन में आसानी से मिल जाते हैं। जब आप नियमित रूप से इस चाय का सेवन करेंगे तो न सिर्फ लंग्स में मौजूद कंजेशन से छुटकारा मिलेगा, बल्कि श्वास की नली में मौजूद रुकावट भी हट जाएगी और इंस्टेंट रिलीफ मिलेगा। आप चाहें तो इस खास चाय का स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें गुड़ या शहद की मात्रा अपने हिसाब से घटा-बढ़ा सकते हैं।


सांस की तकलीफ से राहत 
प्रदूषण के कारण लोगों को सबसे ज्यादा तकलीफ सांस लेने में होती है। जहरीली हवा के कारण छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को कई बार दम घुटने का एहसास होता है। इन हालात में गुड़ के प्रयोग से राहत पाई जा सकती है। इसके लिए एक चम्मच मक्खन में थोड़ा सा गुड़ और हल्दी मिला लें और दिन में 3-4 बार इसका सेवन करें। यह तरीका आपके शरीर में मौजूद जहरीले पदार्थों को बाहर निकालेगा और उसे टॉक्सिन फ्री बनाएगा। गुड़ को सरसों तेल में मिलाकर खाने से सांस से जुड़ी दिक्कतों से आराम मिलता है। 
पलूशन से बचाएगी यह 'डीटॉक्स टी'
घर के अंदर का प्रदूषण कम करने के लिए बहुत काम आएंगे ये 5 टिप्स, देखें विडियो

गुड़ में मौजूद पोषक तत्व
सुक्रोज 59.7% 

ग्लूकोज 21.8% 

खनिज तरल 26% 

जल अंश 8.86% 

इसके अलावा गुड़ में कैल्शियम, फास्फोरस, लोहा और ताम्र तत्व भी अच्छी मात्रा में मिलते हैं। 

गुड़ को चीनी का शुद्धतम रूप माना जाता है। गुड़ आयरन का प्रमुख स्रोत है और एनीमिया के मरीज को चीनी के स्थान पर इसका सेवन करना चाहिए। -डॉ सीएम पांडेय, आयुर्वेदाचार्य