बिजली अधिकारी को रिश्वत लेना पड़ा महंगा, 4 साल कारावास की सजा

बिजली अधिकारी को रिश्वत लेना पड़ा महंगा, 4 साल कारावास की सजा

छिंदवाड़ा
मध्य्रपदेश के छिंदवाड़ा जिले में एक विधुत अधिकारी को एक आटा चक्की संचालक से रिश्वत लेना महँगा पड़ गया। रिश्वत लेने के जुर्म में जेई धर्मेंद्र कुमार यादव को अदालत ने 4 साल के लिए कारावास की सजा सुना दी है। 4 साल की कारावास के साथ 5 हजार रुपए अर्थदंड भी दिया है।

बता दें कि दो साल पहले लोकायुक्त टीम ने जेई धर्मेंद्र कुमार यादव को रिश्वत लेते हुए रंगे हांथो गिरफ्तार किया था। जिला अभियोजन अधिकारी समीर कुमार पाठक ने बताया कि वर्ष 2017 में आटा चक्की संचालक रामपाल रत्ने ने लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की थी कि बिजली वितरण कंपनी की टीम ने उसके घर के पीछे से तार जब्त किया था। 

जिला अभियोजन अधिकारी समीर कुमार पाठक ने यह भी बताया कि कार्यवाही ना करने के एवज में कंपनी के लिंगा कार्यालय में पदस्थ रहे जेई धर्मेंद्र कुमार यादव ने उससे 30 हजार रुपए रिश्वत मांगे थे। लोकायुक्त टीम ने 2 वर्ष पूर्व जेई धर्मेंद्र कुमार यादव को तारीख 8 फरवरी 2017 को रिश्वत की पहली किश्त 10 हजार रुपए लेते रंगे हांथो पकड़ा था।

जेई धर्मेंद्र कुमार यादव पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। सुनवाई के बाद अदालत ने धर्मेंद्र कुमार यादव को 4 साल कारावास की सजा सुनाई है।