बुलंदशहर हिंसा: आर्मी के जवान के खिलाफ अरेस्ट वॉरंट जारी, यूपी पुलिस की टीम जम्मू रवाना हुई
बुलंदशहर/जम्मू/लखनऊ
यूपी के बुलंदशहर में कथित गोकशी को लेकर हिंसक प्रदर्शन के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मौत के मामले में एक नया ऐंगल सामने आ रहा है। यूपी पुलिस ने शुक्रवार को भारतीय सेना के एक जवान के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी किया है। जवान पर आरोप है कि वह उस हिंसा में शामिल था, जिसमें पुलिस अफसर की जान गई।
जवान जितेंद्र सिंह उर्फ जीतू फौजी जम्मू और कश्मीर में तैनात है। हालांकि, इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या के बाद से ही वह फरार है। यूपी के डीजीपी ओ. पी. सिंह ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, 'हमने जीतू के खिलाफ वॉरंट जारी किया है और उसे यहां लाने के लिए एक टीम भेजी जा चुकी है।'
बाद में, लखनऊ में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान यूपी आईजी (क्राइम) एस. के. भगत ने कहा कि जीतू का नाम स्याना में दंगे, आगजनी और हत्या के सिलसिले में लिखी गई मूल FIR में आरोपी के तौर पर शामिल है। मूल एफआईआर में जीतू का जिक्र आरोपी नंबर 11 के तौर पर है और उसका नाम जीतू फौजी पुत्र राजपाल सिंह लिखा हुआ है।
FIR के मुताबिक वह भीड़ का हिस्सा था और उसने छिंगरावटी गांव में गोवंश के अवशेष मिलने के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन में कथित तौर पर हिंसा को भड़काया था।
जीतू के परिवार ने इस बात की पुष्टि की है कि हिंसा वाले दिन वह बुलंदशहर में ही थी। पुलिस और जीतू के परिवार दोनों का ही कहना है कि मंगलवार देर शाम हिंसा के बाद वह जम्मू और कश्मीर के लिए रवाना हो गया।
यूपी पुलिस के सूत्रों ने बताया कि जीतू हिंसा के कई विडियो में दिखा है। हिंसा के दौरान पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध के अलावा सुमित नाम के एक कथित प्रदर्शनकारी की भी मौत हुई थी। हिंसा की जांच के लिए गठित की गई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) 14 विडियो की जांच-पड़ताल कर रही है। इसके अलावा वह आरोपियों और चश्मदीदों का बयान दर्ज कर रही है।