बैटमार MLA आकाश विजयवर्गीय की हनक, जमानत के जश्न में BJP दफ्तर के बाहर फायरिंग

बैटमार MLA आकाश विजयवर्गीय की हनक, जमानत के जश्न में BJP दफ्तर के बाहर फायरिंग

इंदौर
इंदौर के बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय को जमानत की खबर सुनकर इंदौर बीजेपी ऑफिस में उनके समर्थकों ने एक बार फिर कानूनी की धज्जियां उड़ाई. इंदौर नगर निगम के अधिकारी धीरेंद्र बायस को क्रिकेट बैट से पीटने के आरोपी आकाश विजयवर्गीय के समर्थकों ने खुले आम हवाई फायरिंग कर खुशी का इजहार किया, और ये सब हुआ इंदौर में बीजेपी दफ्तर के सामने. इसके अलावे आकाश विजयवर्गीय के समर्थकों ने आतिशबाजी और नारेबाजी भी की.

शनिवार को भोपाल की विशेष अदालत ने 20-20 हजार के मुचलके पर आकाश विजयवर्गीय को जमानत दी. मध्य प्रदेश बीजेपी के बड़े नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय को जमानत की खबर मिलते ही इंदौर में उनके समर्थक उतावले हो गए. आकाश विजयवर्गीय के समर्थक ढोल नगाड़ों के साथ सड़क पर उतर आए और आकाश विजयवर्गीय जिंदाबाद के नारे लगाने लगे. इस दौरान एक शख्स हाथ में बंदूक लेकर हाथ में फायरिंग करता दिख रहा है. वीडियो में दिख रहा ये शख्स बंदूक में कारतूस लोड करता दिख रहा है फिर बड़े खतरनाक अंदाज में गोली चलाता दिख रहा है, उसके सामने आकाश विजयर्गीय के समर्थक बीजेपी का झंड़ा लेकर नाच गा रहे हैं. कुछ देर बाद कुछ लोग सड़क पर पटाखों की लड़ियां चलाते दिख रहे हैं.

आकाश विजयवर्गीय को रविवार को सुबह-सुबह इंदौर जेल से रिहा कर दिया गया. इस दौरान भी आकाश विजयवर्गीय का पुराना अंदाज नजर आया. जेल से बाहर आकर आकाश ने कहा कि जेल में उनका समय अच्छा गुजरा. आकाश विजयवर्गीय ने कहा कि ये वह लोगों और क्षेत्र के लिए काम करते रहेंगे. इस दौरान आकाश विजयवर्गीय को उनके समर्थकों ने माला पहनाई और जेल से निकलने पर उनका स्वागत किया.

हालांकि जेल से रिहा होने के बाद आकाश विजयवर्गीय ने कहा कि वे इस तरह की फायरिंग का समर्थन नहीं करते हैं और इस पर वे कठोर कार्रवाई करेंगे. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि उन्हें उनके पिता ने कहा कि उन्हें अपने फैसले खुद लेने चाहिए. आकाश विजयवर्गीय ने कहा, "मेरे पिता जी ने कहा कि तुम अब बड़े हो गए हो, तुम्हें अपने फैसले अब खुद लेने चाहिए, मैं तुम्हारे साथ हूं."

मध्य प्रदेश की इंदौर-तीन से बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय तब सुर्खियों में आए तब उन्होंने खुले आम सड़क पर एक अधिकारी को पीटना शुरू कर दिया. ये घटना 26 जून की है. इंदौर नगर निगम के अधिकारी धीरेंद्र बायस निगम की टीम के साथ एक मकान को तोड़ने के लिए पहुंचे थे, लेकिन आकाश विजयवर्गीय इस पर आपत्ति जता रहे थे. इस बात को लेकर अधिकारी और आकाश विजयवर्गीय के बीच बहस हुई और आकाश ने अपनी गरिमा का बिना ख्याल किए अधिकारी को बैट से पीटने लगे. इस मामले में केस दर्ज किया गया था और अदालत ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. आकाश विजयवर्गीय भोपाल की विशेष अदालत से जमानत पर रिहा हैं.