भाजपा ने 11 बागी नेताओं को पार्टी से किया निष्कासित, कांग्रेस ने पूर्व विधायक समेत 4 को निकाला

भाजपा ने 11 बागी नेताओं को पार्टी से किया निष्कासित, कांग्रेस ने पूर्व विधायक समेत 4 को निकाला

भोपाल
नाम वापसी के अंतिम दिन तक बागी तेवर अपनाए नेताओं के खिलाफ भाजपा ने कार्रवाई करते हुए 11 नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। वहीं, कांग्रेस ने भी अपने 4 बागी नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। बता दें कि टिकट वितरण के बाद से ही दोनों दलों ने नेताओं ने विरोध शुरू कर दिया था। कई नेताओं ने पार्टी से बगावत करके निर्दलीय मैदान में उतर गए हैं। नाम वापसी के अंतिम दिन भी नाम वापस नहीं लेने वाले नेताओं के खिलाफ दोनों ही पार्टियों ने कार्रवाई शुरू कर दी है। भाजपा इससे पहले 53 बागी नेताओं को पार्टी से निकाल चुकी है। इवन नेताओं में भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ रामकृष्ण कुसमारिया और सरताज सिंह का भी नाम शामिल था।

भाजपा प्रदेश कार्यालय में गुरुवार दोपहर को केंद्रीय मंत्री और मध्यप्रदेश चुनाव के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, विनय सहस्त्रबुद्धे और प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह की बैठक हुई। इसमें बागियों के कारण होने वाले नुकसान को देखते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। सूत्रों का कहना है कि फिलहाल पार्टी अपने बागियों को मनाने में जुटी हुई है। बागियों को मनाने की जिम्मेदारी भाजपा में वरिष्ठ नेताओं को सौंपी गई हैं। वहीं, कांग्रेस ने भी गुरुवार को अपने उम्मीदवार के खिलाफ काम करने के आरोप में चार कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है। ये चारों बागी नेता बालाघाट जिले के हैं। पूर्व विधायक प्रदीप जायसवाल, वारासिवनी ब्लॉक काग्रेस के अध्यक्ष भुवेश पटले, बालाघाट के जिला महामंत्री शैलेंद्र तिवारी और जनपद अध्यक्ष चिंतामण नागपुरे के नाम शामिल हैं।

नाम वापसी के दिन कई प्रत्याशी माने: भाजपा और कांग्रेस के कई नेता नाम वापसी के दिन मान गए औऱ अपना नांमाकन फार्म वापस ले लिया था। वहीं, कई दिग्गज नहीं माने। भाजपा के वरिष्ठ नेता राम कृष्ण कुसमारिया दो विधानसभा सीटों से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। कुसमारिया के निर्दलीय चुनाव लड़ने से भाजपा के वरिष्ठ नेता जयंत मलैया की मुश्किलें बढ़ गई हैं।