राजगीर रोपवे अक्टूबर के पहले शुरू हो : CM नीतीश
पटना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजगीर प्रवास के दूसरे दिन की सुबह आठ सीटर (केबिन) रोपवे के निर्माण कार्यों जायजा लिया। करीब डेढ़ घंटे तक कार्य एजेंसी राइट्स के कर्मियों व विभाग के अधिकारियों से पूरी जानकारी ली। निर्देश दिया कि हर हाल में निर्माण कार्य अक्टूबर में होने वाले विश्व शांति स्तूप के 50वें वार्षिकोत्सव से पहले पूरा करें। इसे अगस्त में ही पूरा करना था। अधिकारियों से निर्माणाधीन रोपवे को लेकर पर्यटकों की सुविधा एवं सुरक्षा के मद्देनजर हर पहलू को बारीकी से जाना। मुख्यमंत्री ने रोपवे के टिकट शुल्क में कमी करने का भी अधिकारियों को निर्देश दिया। कहा कि 80 रुपये का टिकट कटाने में गरीब आदमी असहज महसूस करते होंगे और इच्छा के बावजूद भी रोपवे की सुविधा से वे वंचित रह जाते होंगे।
निरीक्षण के बाद अधिकारियों के साथ बैठक कर मुख्यमंत्री ने कई दिशा निर्देश दिए। कहा कि सबसे पहले यहां बिजली कनेक्टिविटी का काम पूर्ण करें। घोड़ा कटोरा की तरफ बिजली का तार किसी भी सूरत में सड़क क्रॉस नहीं करे। निर्देश दिया कि टिकट केंद्र सह कार्यालय के जर्जर भवन को तोड़कर नया सिम्पल स्ट्रक्चर बनाने की दिशा में अगे्रतर कार्रवाई करें क्योंकि जर्जर भवन के कारण कभी भी दुर्घटना हो सकती है। जरूरत पड़े तो रोपवे को टेक्निकली चलाते हुए कुछ समय के लिए वहां पर्यटकीय गतिविधि बंद कर दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़ के ऊपर ज्यादा स्ट्रक्चर नही होना चाहिए और यहां जो स्ट्रक्चर बन रहे हैं उनमें बेवजह एयर कंडीशनर लगाने की आवश्यकता नहीं है। इससे पर्यावरण प्रभावित होता है। अक्टूबर से मार्च के बीच यहाँ अधिकांशत: पर्यटक आते हैं जिसको ध्यान में रखते हुए आवश्यकता के अनुरूप पंखा या एयर कूलर का प्रबंध होना चाहिए।
सीएम ने कहा कि इस स्थल को इस तरह विकसित करें कि आने वाले सैलानी कह उठें-वाह! क्या है नजारा। पर्यटन और वन विभागों के अधिकारियों के साथ रोपवे प्रतीक्षालय में बैठक कर स्थल को बेहतर लुक देने पर विमर्श किया। पिछले कुछ महीने से वन विभाग व पर्यटन विभाग के बीच खींचतान से कार्य में परेशानी हुई थी। इसपर सीएम ने सख्त तेवर अपनाते हुए अधिकारियों को हिदायत दी। ऐसी हो व्यवस्था कि विकास के काम में कोई बाधा उत्पन्न न हो। तेजी से काम हो।