लादेन को मार US ने नहीं दिए थे मिलिट्री ऑपरेशन डिटेल्स, हम देकर क्या अपने सैनिक मरवा दें: जेटली
नई दिल्ली
पाकिस्तान के बालाकोट, मुजफ्फराबाद और चिकोट में वायुसेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल केंद्र सरकार से हमले के सबूत मांग रहे हैं। केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने सबूत मांगने वालों पर जमकर निशाना साधा। जेटली ने कहा कि जब अमेरिका ने लादेन को मारा था तब उसने अपने मिलिट्री ऑपरेशन के डिटेल्स नहीं दिए थे। क्या हम सबूत देकर अपने सैनिकों को मरवा दें। जेटली ने एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम में कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ विपक्षी नेता मूर्खतापूर्ण राजनीति में लिप्त हैं। वे अनजाने में पाकिस्तान सरकार के गवाह बन रहे हैं। मुझे लगता है कि देश के लोग उन्हें ऐसा सबक सिखाएंगे कि उन्हें पाकिस्तानी समाचार चैनलों पर टीआरपी मिलने लगेगी। उन्हें देश की जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि इन दलों और नेताओं को मालूम होना चाहिए कि सशस्त्र बलों की कार्रवाई का ब्यौरा कभी भी साझा नहीं किया जाता। दुनिया में कहीं भी किसी भी सेना या वायु सेना ने अपनी कार्रवाई का विस्तृत ब्यौरा सार्वजनिक नहीं किया है। अमेरिका ने ऐबटाबाद में हमला कर अल कायदा के प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मार गिराया, उसकी लाश को ले जाकर गहरे समुद्र में फेंक दिया लेकिन कोई भी जानकारी साझा नहीं की। वायुसेना की कार्रवाई की सफलता पर सवाल उठाने वाले कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल पर हमला करते हुए जेटली ने कहा कि ऐसे नेताओं का सार्वजनिक जीवन में रहना दुर्भाग्यपूर्ण है। अगर सरकार कार्रवाई के संबंध में कोई जानकारी साझा करेगी तो केवल कपिल सिब्बल को नहीं बल्कि पाकिस्तान को भी उसकी जानकारी मिल जाएगी।
जेटली ने कहा कि सभी को सेना की कार्रवाई पर गर्व होना चाहिए। वायु सेना अपना मिशन पूरा करने गई थी, आतंकियों की लाशें गिनने नहीं। बता दें कि एयर स्ट्राइक के बाद से ही विपक्ष सेना की कार्रवाई का सबूत मांग रही है। कांग्रेस ने तो मारे गए आतंकियों की संख्या तक बताने को कहा। हालांकि वायुसेना प्रमुख सप्ष्ट कर चुके हैं कि अघर भारत ने कार्रवाई नहीं की होती और पाकिस्तान का नुकसान नहीं हुआ होता तो वह जवाबी हवाई उल्लंघन कभी नहीं करता और न ही इतना बौखलाता।