विवि की लापरवाही, मार्च में हुई परीक्षा लेकिन अब तक मार्कशीट का पता नहीं, भटक रहे विद्यार्थी

विवि की लापरवाही, मार्च में हुई परीक्षा लेकिन अब तक मार्कशीट का पता नहीं, भटक रहे विद्यार्थी

भोपाल 
भोज मुक्त विश्वविद्यालय की परीक्षाओं की सभी परीक्षाओं के रिजल्ट दो माह पूर्व आ चुके हैं, लेकिन विद्यार्थियों को आज तक अंकसूचियां नहीं मिल पाई हैं। इसके चलते वे आगामी सत्र में प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं। यहां तक वे नौकरी के लिए आवेदन तक नहीं कर पा रहे हैं। वहीं कुछ ऐसे विद्यार्थी भी सामने आए हैं, जिन्हें आनलाइन सप्लीमेंट्री और आफलाइन में पास बताया जा रहा है। 

भोज विवि से डिग्री करने के बाद विद्यार्थियों को अंक सूची नहीं मिल पाई है, जिसके चलते वे व्यापमं की शिक्षक पात्रता परीक्षा के आवेदन तक जमा नहीं कर पाए हैं। जबकि व्यापमं तीन बार तिथि बढ़ा चुका है। भोज की प्रशासनिक व्यवस्था पूर्ण रूप से चौपट हो चुकी है। बीए, बीएससी और बीकाम के रिजल्ट करने में तीन माह की लेटलतीफी करने के बाद अंकसूची आवंटित करने में लापरवाही बरती जा रही है। जबकि अंकसूची तैयार होकर 15 दिन पहले भोज विवि पहुंच चुकी हैं। अंकसूचियों को पर विवि का सील सिक्का नहीं होने के कारण तीस से चालीस हजार अंकसूची सिर्फ रद्दी के टुकड़े के सामन विवि में रखी हुई हैं। ऐसा नहीं है विवि में कर्मचारियों की संख्या का अभाव है। जबकि विवि में वर्तमान में ये कार्य करने के लिए करीब 50 कर्मचारी कार्यरत हैं, लेकिन रजिस्ट्रार अरुण सिंह चौहान और कुलपति जयंत सोनवलकर उनसे ये कार्य नहीं करा पा रहे हैं। 

विवि में विद्यार्थियों की सुनवाई करने वाला कोई नहीं हैं। विद्यार्थी अपनी समस्याओं के निराकरण को लेकर एक अफसर से दूसरे के अफसर के कैबिन के चक्कर काट रहे हैं। कई ऐसे विद्यार्थी सामने आए हैं, जिन्हें विवि ने आफलाइन रिकार्ड में पास कर रख है। वही विद्यार्थी आनलाइन में एक से तीन विषयों में सप्लीमेंट्री दिखा रहा है।