शादीशुदा महिला को चढ़ा प्यार का नशा, अय्याशी के बाद प्रेमी ने बनाया कॉलगर्ल
रायपुर.
शहर की चकाचौंध और लाइफ स्टाइल के आकर्षण ने कोलकाता की शादीशुदा पूजा उर्फ मिताली (30) को मौत के मुंह तक पहुंचा दिया। पति और एक बच्चा होते हुए भी दूसरे युवक से प्रेमसंबंध बना लिया। इसके बाद उसका दाम्पत्य जीवन बिखर गया। और फिर प्रेमी ने भी उसे धोखा देकर देह व्यापार में ढकेल दिया। यहां भी उसके साथ अच्छा नहीं हुआ।
जिस्मफरोशी कराने वालों ने उसे मौत तक पहुंचा दिया। मिताली देवपुरी के हिमालयन हाइट्स की सातवीं मंजिल से नीचे गिरी मिली। उसकी संदेहास्पद मौत से पर्दा नहीं हट पाया है। परिस्थितिजन्य साक्ष्यों के आधार पर पुलिस घटना को खुदकुशी माना रही है, लेकिन खुदकुशी की ठोस वजह भी सामने नहीं आ पाई है। मिताली के शव का दाह-संस्कार करने भी कोई नहीं आया। लावारिस की तरह उसका कफन-दफन रायपुर में ही किया गया।
मौत के बाद हुआ गंदे खेल का खुलासा
2 नवंबर की सुबह तड़के हिमालयन हाइट्स में जमीन में मिताली का शव गली में पड़ा मिला। उसके शरीर पर केवल गाउन था। शरीर में गंभीर चोट के चलते उसकी मौत हो चुकी थी। आसपास के लोगों ने उसे देखा, तो कोई पहचान नहीं पाया। उस युवती को इससे पहले कभी किसी ने नहीं देखा था। पुलिस पहुंची, तो उसकी शिनाख्त करने में एक घंटा लग गया।
कोई मिताली के बारे में पता नहीं सका। पुलिस ने जहां पर शव पड़ा था, उसके आसपास के ब्लाक के एक-एक फ्लैट की जांच शुरू की। ऊंचाई के हिसाब से चौथी, पांचवीं, छटवीं मंजिल की जांच की। कुछ पता नहीं चला। सातवीं मंजिल में फ्लैट नंबर 705 में पहुंचे, तो वहां ताला लगा था। पुलिस ने ताला तोड़ा और भीतर जांच की। कमरे में शराब की बोतलें, आपत्तिजनक सामग्री के अलावा युवती के कपड़े व अन्य सामान मिले। फ्लैट के बारे में जानकारी ली गई, तो पता चला कि वह बोमेश साहू का है। उसने इसे पास ही रहने वाली एक महिला के कहने पर किराए पर दे रखा है।
सहेलियों ने भी नहीं खोला राज
मिताली जिस्मफरोसशी के लिए पहले भी रायपुर आ चुकी थी। वह प्रियंका के फ्लैट में ही ठहरती थी। इस बार मिताली अपनी 18 और 19 वर्ष की दो सहेलियों के साथ आई थी। और उन्हें भी जिस्मफरोशी कराया जाना था। जिस रात हिमालयन हाइट्स में घटना हुई, उस रात 18 वर्षीय उसकी सहेली पूजा भी साथ थी। दोनों फ्लैट में ही थे। आधी रात को क्या हुआ? इस संबंध में वह अच्छी तरह जानती है। उसने भी अपनी जुबान नहीं खोली। और मिताली का दाह-संस्कार कराने के बाद वह भी फरार हो गई।
स्टेशन से पकड़कर वापस लाया
बताया जाता है कि मिताली तीन दिन से अपने घर वापस जाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन उसकी साथी और उसके पार्टनर दलाल उसे जाने नहीं दे रहे थे। 1 नंवबर को मिताली दलालों से बचकर रेलवे स्टेशन पहुंच गई थी और वहां से ट्रेन पर सवार होने वाली थी। इस बीच दलाल के साथियों ने उसे पकड़ लिया और वापस हिमालयन हाइट्स में छोड़कर चले गए। उसके अगले दिन वह काफी परेशान थी। और रात 2 से सुबह 7 बजे के बीच सातवीं मंजिल से संदेहास्पद रूप से गिरकर उसकी मौत हो गई।
इनके खिलाफ हुआ था मामला दर्ज
राजेन्द्र नगर पुलिस ने महिला दलाल प्रियंका अग्रवाल, राहुल अग्रवाल, रोहित अग्रवाल अमलेश्वर का मनीष चंदवानी, कमल कुमार पठानी के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया है। मामले में एक नेता का बेटा भी शामिल था, लेकिन साक्ष्य के अभाव में उसे पुलिस ने छोड़ दिया।
शव लेने नहीं आए परिजन
मिताली के शव को पोस्टमार्टम के बाद उसे मरच्यूरी में रख दिया गया था। मिताली का पति और एक 7 साल का बेटा भी है। उसके कुछ करीबी रिश्तेदार भी कोलकाता में है। पुलिस का दावा है कि मिताली की मौत की सूचना उसकी दो अन्य सहेलियों के माध्यम से उसके करीबी रिश्तेदार और पति व बेटे को दिया गया था, लेकिन कोई उसका अंतिम संस्कार करने नहीं पहुंचा। चार दिन मरच्यूरी में रखने के बाद उसके शव को लावारिस मानकर दफना दिया गया। उसके पति और बेटे भी नहीं पहुंचे थे। मिताली के प्रेमी को भी इसकी जानकारी दी गई, लेकिन वह भी नहीं आया।