सड़क पर हुआ ऐक्सिडेंट, मदद को आए लोगों के पीछे पड़ गई मौत

सड़क पर हुआ ऐक्सिडेंट, मदद को आए लोगों के पीछे पड़ गई मौत

नई दिल्ली
राजधानी की सड़कों पर डंपर ने कहर बरपाते हुए दो हादसों में चार लोगों की जानें ले ली। बड़ा हादसा शास्त्री पार्क इलाके में हुआ, जहां नशे में डंपर चला रहे ड्राइवर ने पांच युवकों को रौंद दिया। इसमें तीन की मौत हो गई, जबकि दो जख्मी हो गए। सड़क पर कार और ऑटो की टक्कर के बाद तुरंत मदद के लिए भीड़ जुटी, लेकिन पीछे से आ रहे डंपर ने उन्हीं को रौंद डाला।


डीसीपी (नॉर्थ ईस्ट) अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि रविवार देर रात 12:15 बजे शास्त्री पार्क एरिया में धर्मपुरा रेड लाइट पर एक कार और ऑटो की टक्कर हो गई थी। इसके बाद आसपास लोगों की भीड़ जुट गई। उसी दौरान एक डंपर तेज रफ्तार में आया और सड़क पर खड़े लोगों को रौंदता चला गया। इस घटना में चंदर (53), जाहिद हुसैन (40) व जमील अहमद (45) की मौत हो गई। दो अन्य दानिश (26) और मेहराज (26) घायल हो गए। डंपर के ड्राइवर मनोहर लाल को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। मेडिकल जांच में उसके शराब पीने की पुष्टि हुई।

कार और ऑटो की टक्कर होते ही आसपास के लोग मददगार बनकर सामने आए। कार वाला फरार हो गया... मदद करने आए लोगों ने ऑटो वाले का हालचाल लिया। सब कुछ ठीक मिला तो तसल्ली करने के बाद वो सड़क पर हादसे को लेकर बातचीत करने लगे लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि यह छोटा-सा हादसा उनकी मौत को दावत देने के लिए हुआ था। इससे बड़े हादसे का शिकार अब वे खुद होने वाले हैं।

चश्मदीद सलीम के मुताबिक, ऑटो को सीधा करने के बाद लोग आपस में बात कर रहे थे। कश्मीरी गेट बस अड्डे की तरफ से काफी तेज रफ्तार से डंपर आया। कुछ लोगों ने तो सड़क से हटकर खुद को बचा लिया, लेकिन पांच लोग चपेट में आ गए। डंपर की रफ्तार इतनी तेज थी कि ड्राइवर के ब्रेक लगाने के बावजूद भी वह सड़क पर घिसटता चला गया... लोगों को रौंदता चला गया। ये सभी ऑटोवाले की मदद के लिए वहां पहुंचे थे लेकिन डंपर के रौंदे जाने से वे खुद मौत के मुंह में चले गए। श्याम गिरी मंदिर के सेवादार चंदर (53) और शास्त्री पार्क निवासी जाहिद हुसैन (40) ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हालांकि शास्त्री पार्क के जमील अहमद (45) को नाजुक हालत को देखते हुए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था। सोमवार दोपहर इलाज के उनकी भी मौत हो गई।

मृतक चंदर के भतीजे और श्याम गिरी मंदिर में महंत राजगुरु ने बताया कि हादसे के वक्त वह चाचा के साथ ही सड़क पर आ गए थे। उन्होंने बताया कि टैंकर की रफ्तार इतनी तेज थी कि सभी को वहां से हटने का मौका ही नहीं मिला। हादसे के बाद लोगों ने किसी तरह डंपर को रुकवाया और ड्राइवर को दबोच लिया। उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। ड्राइवर इतना ज्यादा नशे में था कि अपना नाम भी ठीक से नहीं बता पा रहा था। ड्राइवर मनोहर लाल नजफगढ़ का रहने वाला बताया गया है। मेडिकल में उसके शराब पीने की पुष्टि हुई है। इसलिए पुलिस ने लापरवाही से मौत के बजाय गैर इरादतन हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।