सुपरलीग पर किक: इंग्लैंड और इटली के 10 क्लब हटे, क्लबों में हो गया था मतभेद

सुपरलीग पर किक: इंग्लैंड और इटली के 10 क्लब हटे, क्लबों में हो गया था मतभेद

नई दिल्ली
यूरोपीय फुटबॉल में हड़कंप मचाने के बाद प्रस्तावित सुपरलीग एक भी किक लगे बगैर ध्वस्त हो गई है। इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) के छह क्लबों आर्सेनल, चेल्सी लिवरपूल, मैनचेस्टर सिटी, मैनचेस्टर यूनाइटेड और टॉटेनहम हॉटस्पर ने लीग से हटने की घोेषणा कर दी है। उसके बाद इटली के क्लबों एटलेटिको मैड्रिड, इंटर मिलान, एसी मिलान और युवेंटस ने भी कदम पीछे हटा लिया है।

अब अधिकृत रूप से केवल स्पेन के रियल मैड्रिड और बार्सिलोना ही लीग में शेष बचे हैं। सुपरलीग के नए अध्यक्ष रियल मैड्रिड क्लब के प्रमुख फ्लोरेंटिनो पेरेज हैं। यूएफा ने भी धमकी दी थी कि वह सुपर लीग में शामिल खिलाड़ियों को अगले साल होने वाली यूरोपियन चैंपियनशिप और विश्व कप में खेलने से प्रतिबंधित कर देगा। इटली के क्लबों में एटलेटिको और इंटर मिलान की घोषणा के बाद एसी मिलान ने भी लीग छोड़ने की घोषणा कर दी।

इंग्लिश क्लबों पर समर्थकों के विरोध का बड़ा दबाव पड़ रहा था। साथ ही ब्रिटिश सरकार ने भी उनके खिलाफ कार्रवाई की धमकी दे दी थी। सरकार ने इस लीग के गठन के खिलाफ कानून बनाने की भी चेतावनी दी थी। एक दिन पहले यूएएफा के अध्यक्ष एलेक्जेंडर कैफेरिन ने इन सभी क्लबों से चैंपियंस लीग का हिस्सा बने रहने की अपील की थी। उन्होंने कहा कि अपनी गलती मानना अच्छी बात है कि उन्होंने गलती तो की थी। वे फिर से हमारे साथ हैं। हम फिर से एकता पर जोर देंगे और साथ-साथ आगे बढ़ेंगे और खेल का लुत्फ उठाएंगे जैसे पहले उठाते रहे हैं।

इंग्लैंड, स्पेन और इटली के कुल 12 शीर्ष यूरोपीय टीमों ने सोमवार को घोषणा की कि वे अपनी लीग बनना चाहते हैं। सबसे पहले मैनचेस्टर सिटी ने पुष्टि की कि वो इस लीग से हट रही है। इंग्लैंड के अन्य पांच क्लबों ने भी हटने की पुष्टि की। सुपर लीग क्लबों के भीतर विभाजन भी मैनचेस्टर सिटी के मैनेजर पेप गार्डियोला के साथ बढ़ गया जिन्होंने कहा कि सुपर लीग खेल की अखंडता और मूल्यों को नुकसान पहुंचाएगा। लिवरपूल के मैनेजर जर्गेन क्लोप ने भी अपने क्लब के मालिकों के कार्यों के बारे में चिंता व्यक्त की है। चेल्सी, जो रूसी अरबपति रोमन अब्रामोविच के स्वामित्व में है, ने कहा कि यह केवल पिछले सप्ताह सुपर लीग समूह में शामिल हो गया। हमारे पास अब इस मामले पर पूरी तरह से विचार करने का समय है और फैसला किया है कि इन योजनाओं में हमारी निरंतर भागीदारी क्लब, हमारे समर्थकों या व्यापक फुटबॉल समुदाय के सर्वोत्तम हित में नहीं होगी।

इस बीच यूरोपियन सुपर लीग ने घोषणा की कि यह इस परियोजना को फिर से शुरू करने के लिए कदम उठाएगा। रिपोर्टों के अनुसार, सुपर लीग ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए, हम परियोजना को फिर से किसी रूप में शुरू करने के लिए सबसे उपयुक्त कदमों पर पुनर्विचार करेंगे। स्पेन और इटली के क्लबों ने आरोप लगाया है कि इंग्लिश क्लबों को यह कदम दबाव में उठाना पड़ा है।