स्नेह शिविर के नाम पर महिला एवं बाल विकास विभाग ने लगाई लाखों की चपत

स्नेह शिविर के नाम पर महिला एवं बाल विकास विभाग ने लगाई लाखों की चपत

मंदसौर 
मध्य प्रदेश के मंदसोर में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा स्न्ह शिविर के नाम पर सरकार को बड़ी चपत लगाने का मामला सामने आया है. विभाग ने स्नेह शिविर आयोजित ही नहीं किए और उनका भुगतान ले लिया. जिला पंचायत सीईओ ने जब जांच दल गठित कर इसकी मामले की जांच करवाई, जिसकी रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है. सीईओ ने पूरे मामले की जांच करने के आदेश दिए हैं.

मंदसौर में महिला एवं बाल विकास विभाग में बड़ी मात्रा में अनियमितताएं एवं घोटाला उजागर हुआ है. विभाग द्वारा चलाई जा रही नौ परियोजनाओं में अनियमितताएं सामने आई है. जिला पंचायत सीईओ आदित्य सिंह को जब इन अनियमितताओं की जानकारी मिली तो उन्होंने एक जांच दल का गठन किया, जिसकी रिपोर्ट में ये खुलासे हुए हैं. विभाग द्वारा स्नेह शिविर 64 ग्राम पंचायतों में आयोजित किए जाने थे, एक ग्राम पंचायत में स्नेह शिविर पर 11000 रुपये खर्च किए जाने थे, लेकिन ज्यादातर पंचायतों में स्नेह शिविर आयोजित ही नहीं किए और बिलों का सत्यापन किए बिना ही भुगतान कर दिया गया.

यह वर्ष विभाग द्वारा पोषण वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है, इसमें भी कई जगह बिना बिल के भुगतान दर्शाया गया है. लाखों रुपये के इस घोटाले में जांच दल की रिपोर्ट आने के बाद जिला प्रशासन दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बाद कर रहा है, लेकिन महिला एवं बाल विकास विभाग के जिम्मेदार अभी भी मानने को तैयार नहीं है कि विभाग में घोटाला भी हुआ है.

इस संबंध में जिला पंचायच सीईओ आदित्य सिंह ने कहा कि महिला एवं बाल विभाग विभाग में अनियमितताएं व घोटाले की खबर मिली थी, जिस पर जांच दल गठित किया गया था. जांच कि रिपोर्ट के आधार पर संबंधित विभागिय अधिकारियों से जबाव मांगा जा रहा है और आगे की कार्रवाई जारी है.