जीएसटी पर किताब लिखने वाले आईआरएस अफसर के पास से मिली 100 करोड़ रुपये की संपत्ति
जयपुर
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आईआरएस अधिकारी सही राम मीणा को एक लाख रुपये घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। मीणा ने जीएसटी पर 'नीड ऑफ टैक्स रिफॉर्म्स इन इंडिया' नाम से एक किताब लिखी थी। मीणा की किताब ऑनलाइन बिक रही है। एसीबी ने मीणा के आवास, ऑफिस और अन्य ठिकानों पर छापा मारकर 100 करोड़ रुपये की संपत्ति और नकद बरामद किया है।
मीणा के बारे में पता चला है कि आगामी लोकसभा चुनाव में वह बीजेपी और कांग्रेस से टिकट चाहते थे और उन्होंने दोनों पार्टियों के अध्यक्षों को पत्र लिखकर दावा किया था कि उनका उनकी विचारधारा में दृढ़ विश्वास है। मीणा छबड़ा और गंगापुर सिटी विधानसभा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे और उन्होंने इसके लिए प्रयास किया था, लेकिन असफल रहे।
बचपन से ही आरएसएस के कट्टर समर्थक!
एसीबी ने सोमवार तक मीणा के कार्यालय और विभिन्न घरों में मारे गए छापे में 100 करोड़ रुपये की संपत्ति और नकद का पता लगाया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि मीणा का कार्यकाल छह महीने बचा था और वह बीजेपी या कांग्रेस से लोकसभा टिकट चाहते थे। छापे के दौरान पुलिस को ऐसे पत्र मिले हैं जिसमें उन्होंने दावा किया है कि वह बचपन से ही आरएसएस के कट्टर समर्थक रहे हैं।
मीणा का एक अन्य पत्र भी मिला है जो संभवत: कांग्रेस के लिए था। इसमें उन्होंने दावा किया था कि उनका धर्मनिरपेक्षता में दृढ़ विश्वास है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'ये पत्र आय से अधिक संपत्ति मामले में हमारे लिए बहुत प्रासंगिक नहीं हैं लेकिन मीणा से इस संबंध में पूछताछ होगी कि क्या उन्होंने इन पत्रों को दोनों पार्टियों के अध्यक्षों को भेजा था या नहीं।'