नौ बार सांसद रह चुके हैं कमलनाथ, ऐसा है राजनीतिक सफर

भोपाल
कमलनाथ मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे. विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लग गई. वह 17 दिसंबर को भोपाल में सीएम पद की शपथ लेंगे. कमलनाथ साफ-सुथरी छवि के नेता माने जाते हैं. वह छिंदवाड़ा से नौ बार सांसद रह चुके हैं. आइये जानते हैं उनके अब तक के सफर के बारे में...
कमलनाथ ने स्कूली शिक्षा देहरादून स्कूल से की. इसके बाद सेंट जेवियर कॉलेज कोलकाता से उन्होंने कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया. वह 1979 में पहली बार छिंदवाड़ा से सांसद चुने गए. इसके बाद 1984, 1990, 1991, 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 में वे लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए.
केंद्र सरकार में निभाईं अहम जिम्मेदारियां
कमलनाथ 1991 से 1994 तक केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री, 1995 से 1996 केंद्रीय कपड़ा मंत्री, 2004 से 2008 तक केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री, 2009 से 2011 तक केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री, 2012 से 2014 तक शहरी विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री रहे. उन्होंने भारत की शताब्दी एवं व्यापार, निवेश, उद्योग नामक पुस्तक भी लिखी है.
कांग्रेस के संगठन में निभाए खास दायित्व
1968 में वे युवक कांग्रेस में शामिल हुए. 1976 में उत्तर प्रदेश युवक कांग्रेस का उन्हें प्रभार मिला. 1970 - 81 तक वे अखिल भारतीय युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य रहे. 1979 में युवा कांग्रेस की ओर से महाराष्ट्र के पर्यवेक्षक, 2,000-2018 तक वे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और वर्तमान मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हैं. 2006 में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर ने उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया.
विदेश यात्राएं
सन 1982 से 2018 तक 600 से अधिक विदेशी यात्राएं की. संसार के अधिकांश देशों में संयुक्त राष्ट्र संघ की साधारण सभा से लेकर अंतरराष्ट्रीय संसदीय सम्मेलनों में सम्मिलित हुए.