पाक मीडिया ने भी कहा, जैश और मसूद की गतिविधियों पर हमेशा के लिए रोके पाकिस्तान

पाक मीडिया ने भी कहा, जैश और मसूद की गतिविधियों पर हमेशा के लिए रोके पाकिस्तान

 
इस्लामाबाद 

संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किए जाने के बाद पाकिस्तान दबाव में है। इसी के चलते उसे मसूद की संपत्तियों को जब्त करने का आदेश देना पड़ा है। यही नहीं पाकिस्तान ने मजबूरन उस पर ट्रैवल बैन भी घोषित किया है। हालांकि पाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि उसे मसूद अजहर की ऐक्टिविटीज पर पूरी तरह लगाम कसनी चाहिए। यही नहीं उसके आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की गतिविधियों पर भी हमेशा के लिए रोक लगनी चाहिए। 
 
पाक के प्रमुख अखबार डॉन ने अपने संपादकीय में लिखा है, 'जैश-ए-मोहम्मद के दो दशकों के दौर में पहली बार उसके सरगना पर इस तरह का बैन लगा है।' इस्लामिक स्टेट और अलकायदा पर बनी संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति ने नियम 1267 के मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किया है। अखबार ने लिखा है कि अब संयुक्त राष्ट्र ने मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित किया है तो यह उम्मीद की जा रही है कि पाकिस्तान में भी उसकी गतिविधियों पर हमेशा के लिए बैन लगेगा। इसके साथ ही उसके आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की गतिविधियों को भी पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाएगा। 
 
यही नहीं अखबार ने मसूद अजहर को पाक के लिए भी मुश्किलों का सबब करार दिया है। अखबार ने लिखा कि एक वर्ग है, जो मसूद को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किए जाने को भारत की जीत करार दे रहा है, लेकिन सच यह है कि वह पाकिस्तान के लिए मुसीबत साबित होता रहा है। उसके लड़ाके पंजाब तालिबान के तौर पर पाकिस्तान में सक्रिय रहे हैं। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी, जिसके चलते दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी।