बैंक ऑफ महाराष्ट्र का घाटा 7 गुना बढ़कर 3,764 करोड़ रुपये
नयी दिल्ली
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ महाराष्ट्र का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में शुद्ध घाटा सात गुना बढ़कर 3,764.26 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) के लिये अधिक प्रावधान करने से बैंक का घाटा बढ़ा है। पिछले वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में उसे 596.70 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। बैंक का फंसे कर्ज के लिए प्रावधान 2018-19 की तीसरी तिमाही में बढ़कर 4,538.28 करोड़ रुपये हो गया।
इसकी तुलना में 2017-18 की इसी तिमाही में यह आंकड़ा 1,343.62 करोड़ रुपये था। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बैंक का सकल एनपीए कम होकर उनके सकल कर्ज का 17.31 प्रतिशत पर आ गया। इससे एक साल पहले की अवधि में सकल एनपीए 19.05 प्रतिशत था। बैंक का शुद्ध एनपीए 2017-18 की तीसरी तिमाही में 12.17 प्रतिशत से गिरकर 2018-19 की इसी तिमाही में 5.91 प्रतिशत रह गया।