वीडियो वायरल होने पर सूबेदार को छुट्टी पर भेजा, शिवराज ने कांग्रेस को घेरा
इंदौर
चलानी कार्रवाई को लेकर थाना ट्रैफिक पश्चिम, के सूबेदार अरुण सिंह का वीडियो वायरल होने के बाद सियासत भी तेज हो गई है| भाजपा ने इस मामले में सरकार को घेरना शुरू कर दिया है| क्यूंकि वायरल हो रहे वीडियो में बेबाकी से सूबेदार ने किसी भी नेता के दवाब में आये बिना चालानी कार्रवाई की बात कही है, इसमें उन्होंने गृहमंत्री बाला बच्चन, मंत्री जीतू पटवारी, और विधायक अश्विन जोशी का भी जिक्र किया है| सोशल मीडिया पर लोग पुलिसकर्मी के समर्थन में सरकार की घेराबंदी कर रहे हैं, तो कुछ सूबेदार पर भी आरोप लगा रहे हैं| इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सरकार को निशाने पर लिया है, वहीं वीडियो वायरल होने के बाद सूबेदार को फील्ड से हटाकर छुट्टी पर भेज दिया है|
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर लिखा है "मैंने सुना है कमलनाथ सरकार ने इस निडर पुलिस अफ़सर को अपना कर्तव्य निभाने के लिए और कांग्रेस की गुंडागर्दी को न मानने पर लाइन अटैच करवा दिया है। वाह, @RahulGandhi जी वाह, क्या यही कांग्रेस का क़ानून प्रति सम्मान है?"|
दरअसल, चलानी कार्रवाई को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था| जिसमे कहा गया 'मैं सूबेदार अरुण सिंह, थाना ट्रैफिक पश्चिम, मैं किसी से नही डरता यदि कोई ट्रैफिक नियमो का उल्लंघन करेगा तो मैं चालान बनाऊंगा, चाहे बाला बच्चन की धमकी दो या किसी का नाम लो, मैं बिलकुल बर्दाश्त नहीं करूंगा, चालान काटूंगा..| गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करते जा रहे एक युवक पर सूबेदार द्वारा चालानी कार्रवाई की जाने को लेकर विवाद हुआ और कांग्रेस नेताओं, विधायक और मंत्री की धौंस देने के बाद उन्होंने वीडियो बनाया और खुलकर कहा कि वे किसी के दवाब में नहीं आएंगे, उन्होंने वीडियो में यह भी आरोप लगाया है कि पकड़ाए गए लोग उन्हें गृहमंत्री बाला बच्चन और अश्विन जोशी के नाम की धौंस दे रहे थे| वायरल वीडियो में सूबेदार अरुण सिंह ने कहा मैं किसी से नही डरता यदि कोई ट्राफिक नियमो का उल्लंघन करेगा तो मैं चालान बनाऊंगा , सूबेदार का कहना था कि उन लोगों ने कहा कि कांग्रेस का राज है, इसे में बर्दाश्त नहीं करूंगा और न ही किसी से फ़ोन पर बात करूँगा, वहीं जिनको लेकर सूबेदार ने वीडियो में यह बाते कहीं हैं उन्होंने भी पैसे लेने का आरोप लगाया है|
यह है मामला
वायरल हुए वीडियो के बाद मामला सामने आया| जानकारी के अनुसार यह मामला मंगलवार शाम चार बजे का है। सूबेदार अरुण सिंह राजवाड़ा क्षेत्र में अपनी टीम के साथ चेकिंग कर रहे थे। उन्होंने मनीष दवे नामक युवक को गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करते पकड़ लिया। मनीष ने परिचित कांग्रेस नेता अखिलेश जैन को मौके पर बुला लिया। अखिलेश ने बताया कि सूबेदार उससे एक हजार रुपए ले रहे थे और पांच सौ की रसीद दे रहे थे। हम वहां पहुंचे तो विवाद करने लगे। इस पर हमने उनका वीडियो बना लिया। हमने कांग्रेस अध्यक्ष को इसकी शिकायत की है। वे बुधवार को इस मामले में एएसपी ट्रैफिक से सूबेदार की शिकायत करेंगे। पुलिस चेकिंग के नाम पर आम जनता को परेशान कर रही है। वहीं सूबेदार अरुण सिंह का कहना है कि अखिलेश वहां आते ही पूर्व विधायक अश्विन जोशी से बात करने का दबाव बनाने लगे। मैंने मना किया तो मंत्री जीतू पटवारी के नाम की धमकी दी। मैंने आचार संहिता का हवाला देकर किसी से भी बात करने से इनकार कर दिया। चूंकि दवे की गलती थी इसलिए चालान बनाया था। मुझ पर लगे आरोप गलत हैं। मैंने वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जानकारी दी है। सूबेदार का कहना है कि मैंने जो भी किया, सही किया है। अगर एक भी आरोप सही निकला तो मैं नौकरी से इस्तीफा दे दूंगा। इस मामले के बाद सूबेदार को फील्ड से हटा दिया गया है, एसएसपी ने उन्हें तालाब कर थाने में बैठने को कहा है।