4 देशों के क्षेत्रफल से बड़ा है कुंभ मेला क्षेत्र, कई देशों की जनसंख्या से ज्यादा जुटेंगे श्रद्धालु

4 देशों के क्षेत्रफल से बड़ा है कुंभ मेला क्षेत्र, कई देशों की जनसंख्या से ज्यादा जुटेंगे श्रद्धालु

प्रयागराज 
मकर संक्रांति के स्नान के साथ ही प्रयागराज में कुंभ मेले की शुरुआत हो गई। गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती के तट पर लगने वाला कुंभ क्षेत्रफल और जनसंख्या के हिसाब से दुनिया के सबसे बड़े मेलों में गिना जाता है। इस साल की बात करें तो मेला परिसर तकरीबन 35 वर्गकिमी तक फैला हुआ है जो साल 2013 के महाकुंभ मेला परिसर से 25 प्रतिशत ज्यादा है। यह दुनिया के 4 देशों के भौगोलिक क्षेत्रफल से बड़ा है।  


35 वर्गकिमी में फैला है कुंभ मेला परिसर 
कुंभ मेला परिसर अधिसूचित रूप से 35 वर्गकिमी में फैला हुआ है। वहीं दुनिया का सबसे छोटा देश माने जाने वाले वेटिकन सिटी का कुल क्षेत्रफल 0.44 वर्गकिमी है। मोनाको को दुनिया के सबसे सघन जनसंख्या वाले देशों में गिना जाता है। इसका कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 2.02 वर्गकिमी है। ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के नजदीक स्थित नौरू गणराज्य 20.98 वर्गकिमी में फैला हुआ है। वहीं, तुवालू द्वीप का भी कुल क्षेत्रफल 26 वर्गकिमी है। 


कई देशों की जनसंख्या से ज्यादा होगी श्रद्धालुओं की संख्या 
इस साल कुंभ मेला में 13 करोड़ लोगों के आने का अनुमान है। इनमें मेला परिसर में तैनात सुरक्षाकर्मी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मेडिकल टीम भी शामिल है। श्रद्धालुओं की संख्या विभिन्न स्नान पर्वों पर निर्भर करेगी। हालांकि, राज्य सरकार ने तकरीबन 13 करोड़ लोगों के कुंभ मेला में आने का अनुमान लगाया है। अगर जनसंख्या की बात करें तो कुंभ मेला में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की संख्या सेशेल्स, किरिबाती, सेंट लुसिया, बार्बाडोस, मालदीव और माल्टा जैसे देशों की कुल जनसंख्या से भी ज्यादा है। इन देशों की कुल जनसंख्या केवल 4 लाख है। 

अलग जिला होगा कुंभ मेला परिसर 
राज्य सरकार ने कुंभ मेला क्षेत्र को एक जिले की तरह नोटिफाइड किया है। पुलिस विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मेला क्षेत्र में लॉ ऐंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए काफी मात्रा में पुलिस बल तैनात किए गए हैं।