हॉकी प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश के लड़के और लड़कियों ने किया पोडियम फिनिश
लड़कियों ने जीता रजत पदक
भोपाल, मध्यप्रदेश के पुरूष और महिला की हॉकी टीम ने दिखाया कि उन्होंने खेलो इंडिया यूथ गेम्स के लिए कैसे प्रशिक्षण और तैयारी की थी। दोनों ही टीमों ने पूरे टूर्नामेंट में ज़बरदस्त खेल का प्रदर्शन किया। हॉकी प्रतियोगिताओं का फाइनल एमपी हॉकी अकादमी, ग्वालियर में आज खेला गया। लड़कों की टीम ने हॉकी का पावरहाउस कहे जाने वाले ओडिशा को 3-2 से हरा कर स्वर्ण पदक जीता। दूसरी ओर लड़कियों की टीम ने निर्धारित समय में झारखंड को कड़ी टक्कर देते हुए 1-1 से बराबरी की। हालांकि पेनल्टी शूट आउट में मेजबान टीम 4-3 से पिछड़ गई और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। लड़कों के वर्ग में पंजाब ने झारखंड को 2-0 से हरा कर कांस्य पदक जीता। हरियाणा की लड़कियों ने ओडिशा को 1-0 से हराकर कांस्य पदक जीता।
दिन के शुरूआती मुकाबले में मध्यप्रदेश की लडकियाँ झारखण्ड के विरुद्ध स्वर्ण पदक के मैच के लिए प्रतिस्पर्धा करती दिखाई दी। दोनों टीमों ने रक्षात्मक अंदाज में शुरूआत की और एक-दूसरे को गोल करने के ज्यादा मौके नहीं दिए। 26वें मिनट में निशा मिंज ने झारखंड को पेनल्टी कार्नर के द्वारा बढ़त दिलाते हुए पहला गोल दागा। मध्यप्रदेश ने इसके बाद काउंटर पर बराबरी करने की कोशिश की लेकिन झारखंड की रक्षात्मक दीवार को तोड़ने में नाकाम रही। 47वें मिनट में सोनिया कुमरे के जरिए मेजबान टीम ने बराबरी कर ली। अंतिम 13 मिनट में दोनों टीमों ने बढ़त लेने का प्रयास किया लेकिन ऐसा करने में असफल रहे और खेल निर्धारित समय में 1-1 की बराबरी पर समाप्त हुआ। निर्धारित समय पर दोनों टीमों का स्कोर बराबर रहने से खेल निर्णायक पेनल्टी शूट-आउट पर चला गया। जहाँ झारखंड ने मेजबान टीम को 4-3 से हरा कर स्वर्ण पदक पर अपना कब्ज़ा जमा लिया।
मेजबान टीम के लिए दिन के दूसरे गेम में स्वर्ण पदक मुकाबले में मध्यप्रदेश के लड़के ओडिशा के लड़कों से भिड़े। इस खेल में भी ओडिशा ने 14वें मिनट में इरेंगबम रोहित सिंह के जरिए पहला गोल दागा। एक मिनट बाद ही जमीर मोहम्मद ने पेनल्टी कार्नर द्वारा मेजबान टीम को बराबरी दिला दी। इसके बाद के खेल में दोनों टीमों ने आधे घंटे के तक रक्षात्मक खेल खेला। ओडिशा ने 32वें मिनट में आकाश सोरेंग के माध्यम से बढ़त लेकर वापसी की। मेजबान टीम ने 43वें मिनट में सुंदरम सिंह राजावत के जरिए ओडिशा की बढ़त को नाकाम कर दिया। सात मिनट बाद मध्यप्रदेश ने अपने कप्तान अंकित पाल के माध्यम से पहली बार खेल में बढ़त बनाई और यह सुनिश्चित किया कि विरोधियों को बराबरी का एक और मौका न मिले। इस तरह अपना पहला खेलो इंडिया यूथ गेम्स हॉकी गोल्ड मेडल जीता।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2022 में मध्यप्रदेश भी ग्वालियर के लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन में खेले जा रहे कलारिप्पयट्टू के अंतिम दिन का गवाह बनेगा। मध्यप्रदेश ने पारंपरिक रूप से केरल में खेले जाने वाले स्वदेशी खेल में भी स्वर्ण पदक जीता। हाई-किक वर्ग में गौरव दांगी ने स्वर्ण पदक जीता।