वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी के गांव पहुंचे सीएम मोहन यादव, कहा- 'कांग्रेस ने महापुरुषों की गौरवगाथा को सिलेबस हटवाया'
praveen namdev
जबलपुर। वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी के बलिदान दिवस कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव, कैबिनेट मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल व राकेश सिंह जबलपुर जिले के चरगवां नयानगर गांव पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री ने वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी की बन रहे स्मारक पर पहुंचकर तस्वीर पर माल्यार्पण किया। तय समय 3 बजे ना पहुंचकर 5 घंटे लेट रात 8 बजे पहुंचे मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जनता से माफी मांगी और कहा कि व्यक्ति का जीवन कुछ समय का होता है, पर उसका नाम हमेशा अमर हो जाता है। इतिहास में अपना नाम अमर करने वाली दो वीरांगना रानी दुर्गावती एवं रानी अवंतीबाई लोधी हैं।
दोनों वीरांगनाओं ने हमें गौरव प्रदान किया
मुख्यमंत्री ने कहा "अकबर ने सबको गुलाम बना दिया लेकिन जबलपुर की जनता को नहीं बना पाया। मां रेवा के आशीर्वाद से हमेशा जबलपुर एक अलग पहचान रखता है। देश में राष्ट्रभक्ति और रामभक्ति के लिए भी इसी वंश के लोगों का नाम आता है। जबलपुर की ही माटी की थी और इस बात का गर्व है कि उन्होंने अपनी मातृभूमि रक्षा के लिए हंसते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। दोनों वीरांगनाओं ने हमें गौरव प्रदान किया। रानी अवंतीबाई ने अंग्रेज शासन को जूते की नोक पर रखा था। 167 वर्ष पूर्व देश की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी एवं लड़ते हुए अपने प्राण त्याग दिए। उनका बलिदान हमारी आने वाली पीढ़ी के समक्ष जीवंत हो, इसके लिए हमने उनके समान में उनका बलिदान दिवस आने के पूर्व ही सागर में रानी अवंतीबाई बाई के नाम से विश्वविद्यालय की घोषणा कर दी।"
कांग्रेस ने महापुरुषों के बलिदान को दबाने का काम किया
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा "महापुरुषों के बलिदान को दबाने का काम किया है। इस कारण उन्होंने इतिहास की किताबों से बच्चों की शिक्षा पाठ्यक्रम से विलोपित करने का प्रयास किया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई शिक्षा नीति लाकर पुनः उनके बलिदान को, उनके गौरव को याद करते हुए बच्चों को उन महापुरुषों की गौरव गाथा से जीवंत जोड़ने का काम किया। हमारी सरकार उन महापुरुषों की गौरव गाथा को सम्मानित करने के लिए स्मारक बनवाने का काम भी कर रही है।"
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की भी जमकर तारीफ की
मुख्यमंत्री डॉ। मोहन यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की भी जमकर तारीफ की। "साल 2003 में जब सरकार बनी थी तो वह भी उमा भारती की वजह से ही बनी थी। हमारी पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने रामराज्य के स्थापना की कल्पना करते हुए मध्यप्रदेश की सरकार बनाई। राम मंदिर के निर्माण में इनका अमिट योगदान है। लोधी समाज के नेताओं ने रामकाज में अपना योगदान दिया है। हमारे नेता कल्याण सिंह ने अपने पद की चिंता किये बिना भगवान राम के मंदिर का रास्ता साफ किया। मध्यप्रदेश की सरकार सभी वर्ग के सम्मान की रक्षा करने वाली है। कोई भी अधिकारी हो, अब उसे हर वर्ग का सम्मान करना ही होगा। सभी से सभ्यता एवं सम्मान से बात करते हुए काम करना होगा अन्यथा घर बैठना पड़ेगा।"
पीएम मोदी पूरे देश को परिवार मानते हैं
मुख्यमंत्री ने कहा "एमपी के मन में मोदी और मोदी के मन में एमपी का नारा जमकर चला था। आचार संहिता की परेशानी के बीच हम घोषणा करते हैं लेकिन बाद में काम हो जाएगा। नहर का काम जो लंबित है, वह भी चुनाव के बाद पूरा हो जाएगा। प्रधानमंत्री गरीबी से गुजर कर यहां तक पहुंचे हैं। वह हर वर्ग की पीड़ा समझते हैं। पूरे देश को परिवार मानते हैं। इस कारण उन्होंने हर वर्ग की चिंता करते हुए भारत को मजबूत करने का काम किया है क्योंकि उनका मानना है कि जब समाज के हर वर्ग मजबूत होंगे तभी देश मजबूत होगा। मुझे भी गर्व है कि मैं भी किसान का बेटा हूं।"
मुख्यमंत्री की टिप्पणी से सब चौंक गए
मुख्यमंत्री डॉ। मोहन यादव ने बरगी की पूर्व विधायक प्रतिभा सिंह पर टिप्पणी की। मुख्यमंत्री की टिप्पणी से सब चौंक गए और सभा मे ही सब हंस पड़े। मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक प्रतिभा सिंह को लेकर कहा "अगर इनका बैग चेक किया जाए तो उनके रिवाल्वर मिल सकती है" ऐसा लोग बताते हैं। बता दें कि पूर्व विधायक प्रतिभा सिंह बेटे नीरज सिंह वर्तमान में बरगी से विधायक हैं। पूर्व विधायक प्रतिभा सिंह के परिवार की क्षेत्र में दबंग विधायक के रूप में पहचान है।
डिंडौरी जिले के बालपुर भी पहुंचे सीएम मोहन यादव
सीएम मोहन यादव डिंडौरी जिले के बालपुर भी पहुंचे। यहां अवंती बाई लोधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस मौके पर डिंडौरी जिले के 50 से ज्यादा कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली। शहपुरा जिला बनाओ संघर्ष समिति द्वारा जिला बनाने की वर्षों पुरानी मांग को लेकर सीएम डॉ। मोहन यादव को ज्ञापन भी सौंपा गया।