केंद्र सरकार ने तीनो कृषि कानून लिए वापस
नई दिल्ली, केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्र के नाम भावुक संदेश में यह ऐलान किया। पीएम ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में कानून वापस लेने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। मोदी ने किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील की। दिल्ली की सीमाओं पर इन कानूनों के खिलाफ हजारों की संख्या में किसान पिछले साल से आंदोलनरत हैं। अधिकतर विपक्षी दलों ने इसे देर से लिया गया सही फैसला बताया। भाजपा के नेता अब आंदोलनकारी किसानों से जल्द से जल्द घर वापस लौटने की अपील कर रहे हैं।
आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतज़ार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा। सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें।
किसान नेता राकेश टिकैत
झुका अहंकार का सिर: राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट में कहा, 'देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया।अन्याय के ख़िलाफ़ यह जीत मुबारक हो। जय हिंद, जय हिंद का किसान।' वहीं, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, '700 से ज़्यादा किसानों की मौत के बाद अगर ये सरकार कृषि क़ानून वापस लेती है तो इससे पता चलता है कि यह सरकार किसानों के बारे में कितना सोचती है। साल भर से जो किसान और आम जनता का नुकसान हुआ है इसकी ज़िम्मेदारी कौन लेगा? इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे।
'हार का डर देखकर लिया फैसला'
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने इसे 'किसानों की बड़ी जीत' बताया। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि हर पंजाब की मांग पूरी करने के लिए वे मोदी के शुक्रगुजार हैं। महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि 'एक संदेश गया है कि देश एकजुट हो तो कोई भी फैसला बदला जा सकता है।' उन्होंने हालिया चुनाव के नतीजों का हवाला देकर कहा कि 'हार के चलते पीएम मोदी ने यह फैसला किया है।'
मैं इस घोषणा का स्वागत करता हूं। जब तक सदन से इस घोषणा पर कार्यवाही नहीं होती है तब तक यह कोशिश संपूर्ण नहीं होगी। इससे हमारे किसानों की समस्या हल नहीं होगी। MSP के लिए हमारा आंदोलन जारी है और जारी रहेगा।
हन्नान मौला, ऑल इंडिया किसान सभा महासचिव
AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी कहा कि चुनाव में हार के डर से कानून वापस लिए गए। राजद नेता मनोज झा ने कहा कि इसमें सरकार के लिए एक संदेश छिपा है कि आप संसद से कुछ भी पास करा लेंगे और देश उसको स्वीकार करेगा, ऐसा नहीं होता।
AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी कहा कि चुनाव में हार के डर से कानून वापस लिए गए। राजद नेता मनोज झा ने कहा कि इसमें सरकार के लिए एक संदेश छिपा है कि आप संसद से कुछ भी पास करा लेंगे और देश उसको स्वीकार करेगा, ऐसा नहीं होता।
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि क़ानूनों को वापस लेने की घोषणा की है। सभी किसानों को इसका स्वागत करना चाहिए, अब उन्हें अपने धरने समाप्त कर देने चाहिए।
अनिल विज, हरियाणा के गृह मंत्री
बीकेयू उगराहां धड़े के नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा, ' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुरु पर्व पर कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला अच्छा कदम है।'