ईशा-आनंद के रिश्ते की खबर के बाद पीरामल एंटरप्राइसेस के शेयरों में तेजी

नई दिल्ली
 देश के सबसे अमीर शख्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी की इकलौती बेटी ईशा अंबानी की शादी पीरामल ग्रुप के चेयरमैन अजय पीरामल के बेटे आनंद पीरामल से तय हुई है। इस खबर से सोमवार को अजय पीरामल को करोड़ों का फायदा हुआ। पीरामल इंटरप्राइजेज के स्टॉक में उछाल आया जिससे मिनटों में पीरामल इंटरप्राइजेज की मार्केट कैप 800 करोड़ रुपए से ज्यादा बढ़ गई।

800 करोड़ से ज्यादा बढ़ी दौलत
अंबानी के समधी बनने की खबर से सोमवार के कारोबार में पीरामल इंटरप्राइजेज के स्टॉक्स में 2 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली। बीएसई पर पीरामल इंटरप्राइजेज का स्टॉक 1.82 फीसदी बढ़कर 2539 रुपए के भाव पर पहुंच गया। स्टॉक्स में आए उछाले से कंपनी की मार्केट कैप 816.43 करोड़ रुपए बढ़कर 45,759.66 करोड़ रुपए हो गई। शुक्रवार के बंद भाव पर कंपनी की मार्केट कैप 44,943.23 करोड़ रुपए थी।

आज शेयर बाजार में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में भी तेजी देखी जा रही है। कंपनी का शेयर करीब 1 प्रतिशत की तेजी के साथ 963 रुपए पर कारोबार कर रहा है। रविवार शाम को खबर आई थी कि ईशा अंबानी और आनंद पीरामल की सगाई हो चुकी है। इन खबरों के बाद रात को मुकेश अंबानी का पूरा परिवार मुंबई के इस्कॉन मंदिर में दर्शन के लिए जाता हुआ देखा गया है और उनके साथ आनंद पीरामल भी थे।

भारत के 22वें सबसे अमीर शख्‍स
फोर्ब्स के अनुसार, अजय पीरामल की कुल नेटवर्थ 490 करोड़ डॉलर यानी 33 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा है और वे भारत में 22वें और दुनिया में 404वें सबसे अमीर शख्स हैं। पीरामल इंटरप्राइजेज का कारोबार दुनियाभर के करीब 30 देशों के 100 से ज्यादा शहरों में है। अजय पीरामल की पत्नी स्वाति कंपनी की उप-चेयरमैन हैं जबकि उनकी बेटी नंदिनी और बेटा आनंद बोर्ड मेंबर्स में हैं।

33 हजार करोड़ रुपए है अजय पीरामल की वेल्‍थ 
फोर्ब्‍स की लिस्‍ट के मुताबिक पीरामल इंटरप्राइजेज के ओनर अजय पीरामल की वैल्‍थ करीब 33 हजार करोड़ रुपए (490 करोड़ डॉलर) है। इस ग्रुप के मुखिया अजय पीरामल इस वक्‍त 62 साल के है और इनका ग्रुप फार्मा, हेल्‍थ केयर से लेकर वित्‍तीय क्षेत्र में सक्रिय है। हालांकि उन्‍होंने 1977 में कारोबार की शुरुआत टैक्‍सटाइल्‍स के फैमली बिजनेस से की थी, लेकिन बाद में यह ग्रुप फार्मा और अन्‍य कारोबार में आया। फार्मा कारोबार में इन्‍होंने 2010 में एक बड़ी डील के तहत अपना फार्मूलेशन का कारोबार एबोट लैब को 3.8 अरब डॉलर में बेच दिया था। यह डील उस वक्‍त के हिसाब से बड़ी डील थी।