देश की दिग्गज आईटी कंपनी खरीदेगी अपने ही शेयर

नई दिल्ली, देश की दिग्गज आईटी कंपनी टीसीएस डिविडेंड और बायबैक की खबरों से काफी चर्चा में रहती है। पिछले साल भी कंपनी ने बायबैक का ऐलान किया था। अब 11 अक्टूबर को बोर्ड की मीटिंग में फिर से कंपनी रिजल्ट के साथ बायबैक पर विचार करेगी। कंपनी इसी दिन Q2 यानी दूसरी तिमाही के रिजल्ट भी जारी करेगी। जब से यह खबर आई है, तब से टीसीएस के शेयरों में तेजी का माहौल है। सोमवार के दिन इजराइल-हमास युद्ध की वजह से शेयर बाजार में काफी गिरावट आई थी, लेकिन टीसीएस के शेयर हरे निशान में बंद हुए। हालांकि, मंगलवार को शेयर थोड़ी गिरावट के साथ बंद हुए।
जानिए क्या है बायबैक
जब कोई कंपनी अपनी ही कंपनी के शेयरों को बाजार से खरीदती है तो उसे बायबैक कहा जाता है। ज्यादातर मामलों में यह बायबैक मार्केट प्राइस से ऊपर ही होता है। बाजार के जानकारों का मानना है कि बायबैक जो टेंडर रूट के जरिए होता है, उसे सही माना जाता है। हालांकि, टीसीएस (TCS) ने टेंडर रूट के जरिए ही बायबैक का ऐलान किया था।
बायबैक का प्राइस 4500 से लेकर 5000 की बीच हो सकता है
पिछली बार जब बोर्ड की मीटिंग में टीसीएस ने बायबैक का ऐलान किया था, तब उसका प्राइस 4500 रुपये प्रति शेयर रखा था, जो बाजार भाव से काफी ऊपर था। बाजार के जानकारों का मानना है कि इस बार बायबैक का प्राइस 4500 से लेकर 5000 की बीच हो सकता है। इसी वजह से टीसीएस के शेयरों में तेजी आ रही है, क्योंकि कंपनी का मौजूदा भाव अभी BSE पर 3630 रुपये के आसपास है।
बायबैक की अनुमान पहले से ही बाजार ने लगा लिया था
ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनले का मानना है कि टीसीएस के शेयर बायबैक की अनुमान पहले से ही बाजार ने लगा लिया था, इसलिए शेयरों में अच्छी खरीदारी आई और शेयर प्राइस 52 हफ्तों के उच्चतम लेवल पर पहुंच गया। पिछले साल 2022 में टीसीएस ने 18000 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक का फैसला किया था। अब बाजार की निगाह 11 अक्टूबर को होने वाली मीटिंग पर रहेंगी, उसी के हिसाब से शेयर के भाव तय होंगे।