‘नव विधान-न्याय की नई पहचान’ प्रदर्शनी का पांचवां दिन, न्याय, सुरक्षा और जन-विश्वास का पर्याय
नए कानूनों में है उन्नत तकनीकी का बेहतरीन समावेश
समय और संसाधनों की बचत के साथ न्यायिक प्रक्रिया में आई गति
जयपुर। नवीन आपराधिक कानून त्वरित और पारदर्शी न्याय की संकल्पना साकार कर रहे हैं। देश में कानून अब दण्ड की बजाए न्याय, पारदर्शिता, सुधार और जनविश्वास की नई सोच का परिचायक बन गए हैं। आमजन इन कानूनों को सरलतम तकनीक से समझ सकें, इसलिए राजस्थान पुलिस द्वारा 'नव विधान-न्याय की नई पहचान' थीम पर जेईसीसी,सीतापुरा में विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। प्रदर्शनी में आगंतुकों को नए आपराधिक कानूनों- भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम के प्रभाव और परिणामों का नाट्य रूपांतरण कर रोचक, सरल और इंटरेक्टिव माध्यम से प्रस्तुत किया जा रहा है। प्रदर्शनी के पांचवें दिन शुक्रवार को आमजन ने बढ़-चढ़ कर नए आपराधिक कानूनों को देखा-समझा।
न्याय की नई पहचान — तेज़, पारदर्शी और पीड़ित केन्द्रित प्रावधान
प्रदर्शनी में दिखाया गया है कि नए आपराधिक कानूनों के तहत न्याय प्रक्रिया अब समयबद्ध, पारदर्शी और पीड़ित-केंद्रित हो गई है। कानूनों में तकनीकी नवाचारों से न्यायालयों की कार्यक्षमता में वृद्धि हुई है, जिससे मामलों का त्वरित निस्तारण संभव हुआ है। डिजिटल मंचों के माध्यम से नागरिक अब अपने मामलों की स्थिति ऑनलाइन देख सकते हैं, जिससे न्याय प्रणाली में विश्वास और पारदर्शिता दोनों बढ़े हैं।
डिजिटल तकनीक से जांच और साइबर अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण
‘ई-साक्ष्य’, ‘ई-समन’,CRI-MAC, MeD-LEaPR और ICJS जैसी तकनीकों ने पुलिस कार्यप्रणाली को आधुनिक और प्रभावी बनाया है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशियां दूरस्थ रूप से संपन्न हो रही हैं, जिससे समय और संसाधनों की बचत हो रही है, गवाहों को सुविधा हो रही है। एफएसएल और एमओबी टीमों के सहयोग से साक्ष्य संकलन अधिक सटीक और विश्वसनीय हुआ है, जिससे जनता का पुलिस पर विश्वास और अधिक गहरा हुआ है। राजस्थान पुलिस ने संगठित अपराधों पर निर्णायक प्रहार किया है, जसके परिणाम स्वरूप सकल अपराधों में 23 प्रतिशत की गिरावट आई है। साइबर अपराध नियंत्रण में राज्य ने देशभर में अग्रणी है। साथ ही, प्रत्येक थाने में स्थापित साइबर हेल्पडेस्क नागरिकों को त्वरित सहायता और डिजिटल सुरक्षा का भरोसा दे रहे हैं।
दण्ड से न्याय की ओर
नए आपराधिक कानून अब दण्डात्मक के स्थान पर न्यायपरक एवं सुधारात्मक हैं। नागरिक सुरक्षा पर केन्द्रित नए कानूनों में लघु अपराध के लिए सामुदायिक सेवा का प्रावधान किया गया है। न्याय प्रणाली में नवीन तकनीकी के समावेश से पारदर्शिता और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित हो रही है। साथ ही, नए आपराधिक कानूनों ने त्वरित न्याय की अवधारणा को मूर्त रूप दिया है। इसके तहत अब आपराधिक मामलों में गवाहों को सुरक्षा दी जाएगी। परिवादी को 90 दिन में अन्वेषण की प्रगति की सूचना मिल सकेगी। पीड़ितों को अन्वेषण के प्रत्येक चरण की प्रगति इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से उपलब्ध करवाई जा रही है। गवाहों का साक्ष्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एवं नोटिस इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से तामील का प्रावधान है। प्रकरण के न्यायालय से प्रत्याहरण से पूर्व पीड़ित को सुने जाने की अनिवार्यता है।

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