26 को हाथीपावा पहाड़ी पर हलमा के लिए जुटेंगे 50 हजार आदिवासी, श्रमदान करेंगे सीएम

भोपाल। झाबुआ-आलीराजपुर क्षेत्र में पानी सहजने के लिए चली आ रही वनवासी परंपरा हलमा में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 26 फरवरी को झाबुआ जाएंगे। मुख्यमंत्री हलमा में शामिल होकर श्रमदान करेंगे। कार्यक्रम में एक दिन राज्यपाल मंगू भाई पटेल के आने का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है। हलमा परंपरा की मूल भावना को सम्मान देते हुए गरिमापूर्वक कार्यक्रम आयोजित होगा। मुख्यमंत्री ने स्वयं श्रमदान की इच्छा जताई है।
2 दिनी आयोजन के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। लगभग 50 हजार वनवासी बंधु इस अवसर पर सामूहिक रूप से हाथीपावा पहाड़ी पर श्रमदान करेंगे। इस अवसर पर झाबुआ जिले में विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण कार्यक्रम भी होगा। हलमा हलमा जनजाति-समाज में एक सामूहिक आयोजन को कहा जाता है। जब भी किसी परिवार या गांव-क्षेत्र में कोई आपत्ति आती है तो पूरे गांव के लोग एक जगह एकत्र होकर उसकी सहायता करते हैं। जैसे कि किसी गांव में तालाब बनाना है, कुआं खोदना है या फिर किसी किसान के पास खेत जोतने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है तो ऐसे में पूरे गांव के लोग एकत्र होकर उस काम को पूरा करने के लिए जुटते हैं और महीनों के काम को कुछ ही समय में पूरा कर देते हैं। उसके बदले में कोई पारिश्रमिक नहीं लिया जाता।