केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय शासन सचिव ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और पोषण माह में राजस्थान के प्रदर्शन को सराहा

केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय शासन सचिव ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और पोषण माह में राजस्थान के प्रदर्शन को सराहा

जयपुर। केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के शासन सचिव अनिल मलिक ने मंगलवार को जयपुर स्थित शासन सचिवालय में बैठक लेकर राज्य के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न केन्द्र प्रवर्तित व राज्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और पोषण माह में राजस्थान के प्रदर्शन को सराहा। उन्होंने महिला अधिकारिता की लाडो योजना और वर्क फ्रॉम योजना की भी प्रशंसा की। 

अनिल मलिक ने राजस्थान में पोषण से जुड़े नवाचारों बायो फोर्टीफ़ाइड मिलेट, न्यूट्रीबार ,शिशु संजीवनी उत्पाद और मध्यम कुपोषित बच्चों को अतिरिक्त पोषण उपलब्ध करवाने जैसे नवाचारों की सराहना की। उन्होंने  अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन के लिए हॉलिस्टिक कार्ड , आंगनबाड़ी ओलंपियाड  आदि नवाचारों   की भी सराहना की।

मलिक ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ''पोषण भी— पढ़ाई भी'' का द्वितीय चरण का प्रशिक्षण शीघ्र करवाने के निर्देश दिए। इस प्रशिक्षण के लिए संस्थागत ढांचा बनाए जाने की भी आवश्यकता पर  जताई और पोषण ट्रैकर के डेटा को सुधारने  के निर्देश दिए। 

मलिक ने केन्द्र सरकार द्वारा संचालित सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.O, मिशन शक्ति एवं मिशन वात्सल्य आदि योजनाओं  की  प्रगति की भी समीक्षा की। 
 
 आंगनबाड़ी केन्द्रों के निर्माण व मरम्मत की प्रगति पर चर्चा करने के साथ ही महिलाओं एवं बच्चों के पोषण से जुड़ी हुई केन्द्र सरकार की योजनाओं की वर्तमान प्रगति एवं उनके अंतर्गत बजट के प्रावधान की भी समीक्षा की गई। इसी प्रकार मिशन शक्ति के अंतर्गत महिला सशक्तीकरण से जुड़ी योजनाओं जैसे बेटी बचाओ— बेटी पढ़ाओ, वन स्टॉप सेंटर आदि की प्रगति पर चर्चा की गई और बजट का समय पर उपयोग करने के निर्देश दिए गए। 

राज्य में मुख्यमंत्री अमृत आहार योजना के अंतर्गत बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर दूध उपलब्ध करवाने की योजना, आंगनबाड़ी भवनों की स्थानीय स्तर से मरम्मत करवाने  एवं आदर्श आंगनबाड़ी जैसे नवाचार बहुत सफल रहे हैं। मलिक ने मिशन शक्ति के अंतर्गत महिला सुरक्षा सलाह केंद्र, महिलाओं को उद्यमिता से जोड़ने की विभिन्न कौशल प्रशिक्षण योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। इसी प्रकार मिशन वात्सल्य में फोस्टर केयर फोस्टर केयर योजना की प्रगति पर चर्चा की गई।

बैठक में विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़, निदेशक, समेकित बाल विकास सेवाएं वासुदेव मालावत, महिला अधिकारिता आयुक्त श्रीमती नीतू राजेश्वर, बाल अधिकारिता संयुक्त निदेशक दिलबाग सिंह भी उपस्थित रहे। 


आंगनबाड़ी केन्द्र का किया निरीक्षण

केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास सचिव अनिल मलिक ने रामनगरिया नंद घर आंगनवाड़ी केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान बच्चों की शाला पूर्व शिक्षा की गतिविधियों को विस्तार से देखा। आंगनवाड़ी केंद्र पर पूरक पोषाहार की उपलब्धता एवं टेक होम राशन के वितरण की प्रक्रिया को जाना। उन्होंने पोषण ट्रैकर में फेस रिकग्निशन सिस्टम  में आने वाली तकनीकी समस्याओं के बारे में भी चर्चा की । उन्होंने आंगनबाड़ी केन्द्रों पर लाभार्थियों का अन्नप्राशन , गोद भराई की गतिविधि व इनसे आए सकारात्मक परिवर्तन का फीडबैक लिया।

मलिक ने आंगनबाड़ी केन्द्र पर पोषण वाटिका का भी अवलोकन किया और पौधारोपण भी किया। उन्होंने नंद घर योजना के तहत अनिल अग्रवाल फ़ाउंडेशन द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों के सुधार हेतु किए जाने वाले कार्यों पर वेदांता  राज्य प्रतिनिधि से चर्चा की। आंगनबाड़ी केंद्र कार्यकर्ता श्रीमती माया शर्मा से आंगनवाड़ी केंद्र के संचालन में आने वाली कठिनाइयों पर चर्चा की एवं सुझाव भी लिए।