नगरीय निकाय चुनाव: बवाल के बीच 61 फीसदी वोटिंग
ग्वालियर में कांग्रेस विधायक की गाड़ी पर पथराव, एफआईआर
भोपाल में भाजपा नेता की गाड़ी पर कर दिया हमला
आयोग बोला-होगी कड़ी कार्रवाई, कहीं भी पुनर्मतदान की स्थिति नहीं
भोपाल। मध्यप्रदेश में बुधवार को उपद्रव, हंगामें, मारपीट और अव्यवस्थाओं के बीच 44 जिलों में हुए नगरीय निकायों के पहले चरण में 61 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ है। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक आगर मालवा में 88 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। इसी तरह भोपाल में सबसे कम 43.80 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ है। औसत 61 प्रतिशत मतदान हुआ है। इन आंकड़ों में जिलों में नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषदों में हुई वोटिंग शामिल है। नतीजे 17 जुलाई को आएंगे। बुधवार को प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के पहले चरण में 133 नगरीय निकायों के लिए मतदान हुआ। 11 महापौर और दो हजार 808 पार्षद चुनने के लिए 1.4 करोड़ से अधिक मतदाताओं को अपना मताधिकार का प्रयोग करना था। छुटपुट घटनाओं और भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं के टकराव को छोड़ दें तो कुल मिलाकर चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हुए।
44 जिलों में मतदान
प्रथम चरण में 44 जिलों में 11 नगर निगम, 36 नगरपालिका परिषद और 86 नगर परिषदों में मतदान हुआ। इसके लिए कुल 13 हजार 148 मतदान केन्द्र बनाए गए थे। प्रथम चरण में 11 नगर पालिक निगमों में कुल 101 महापौर पद के अभ्यर्थी चुनाव मैदान में थे। कुल 133 निकायों में दो हजार 850 पार्षद के पद हैं। इनमें से 42 पदों पर निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है। दो हजार 808 पदों पर निर्वाचन होना है। इसके लिए 11 हजार 250 अभ्यर्थी चुनाव लड़ रहे हैं।
34 जिलों में बदली ईवीएम
राज्य निर्वाचन आयोग के दफ्तर में 34 जिलों में ईवीएम बदलने और वोटर लिस्ट में नाम न होने की शिकायतें कंट्रोल रूम में पहुंचीं हैं।
कई जिलों में बवाल
वोटिंग के दौरान कई मतदान केंद्रों पर उपद्रव हुआ है। ग्वालियर, इंदौर, उज्जैन, दमोह, जबलपुर, भोपाल समेत कई नगर निगम में उपद्रव की घटनाएं सामने आई हैं। उपद्रव की घटनाओं को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राकेश सिंह ने कहा कि जिन जगहों पर उपद्रव के मामले सामने आए हैं, वहां पर जिला प्रशासन समय पर पहुंचा है। जो भी आरोपी रहेंगे, उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई जिला प्रशासन करेगा।
कांग्रेस-भाजपा में चले लठठ
इंदौर में निकाय चुनाव को लेकर भाजपा-कांग्रेस नेताओं में जमकर लठठ चले। यहां मंगलवार रात हीरानगर में भाजपा कार्यकर्ता और कांग्रेसियों में जमकर लठठ चले। उन्होंने एक-दूसरे पर कुर्सियां फेंकीं। भाजपा नेताओं ने बुधवार को इसका बदला लिया। भाजपाइयों ने निकाय चुनाव की वोटिंग के दौरान लोधीपुरा क्षेत्र में कांग्रेसी को बूथ में घुसकर पीटा। पुलिस ने दोनों दलों के कुछ नेताओं को हिरासत में लिया है।
गुना में चुनावी रंजिश को लेकर बर्बरता, सरियों से पैर में कर दिए छेद, तोड़ी हड्डी
इधर, गुना जिले के आरोन थाना क्षेत्र के शहरोक गांव में पंचायत चुनाव की रंजिश को लेकर एक युवक से बेरहमी से मारपीट का मामला सामने आया है। युवक को तीन दबंग घर से ले गए। इसके बाद हाथ-पैर रस्सी से बांधकर उसके पैरों में सरिया से छेदकर दो जगह से हड्डी तोड़ दी। दबंगों की बर्बरता यहीं नहीं रुकी, उसकी आंखों और मुंह पर भी प्रहार किए गए, जिसकी वजह से उसकी आंखें भी नहीं खुल रही हैं। युवक को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। पुलिस ने बुधवार को तीनों आरोपियोंं पर मारपीट सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। शहरोक गांव की मुन्नीबाई कुशवाह ने बुधवार को आरोन पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आवेदन दिया है। मुन्नीबाई का कहना है कि उसके परिवार से दीवान सिंह कुशवाह और भूरा धाकड़ परिवार से हरिनारायण सिंह सरपंच का चुनाव लड़ रहे हैं।