कमलनाथ के मंत्रिमंडल में अंचल से सिंधिया खेमे के चार मंत्री,दिग्गी समर्थकों में खलबली

ग्वालियर
प्रदेश की कांग्रेस सरकार के मंगलवार को गठित किए गए मंत्रिमंडल में ग्वालियर जिले के तीन विधायकों प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी एवं लाखन सिंह को मंत्री बनाए जाने पर उनके समर्थकों ने मिठाई बांटकर आतिशबाजी की। भाजपा सरकार की तरह जिले को तीन मंत्री मिलने से विकास के गति पकडऩे की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं मुरैना, दतिया,शिवपुरी जिले को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व नहीं दिए जाने से अंचल में कांग्रेसियों में नाराजगी है। मुरैना में सुमावली से विधायक ऐंदल सिंह कंसाना के समर्थकों ने देवपुरी बाबा के पास रास्ता जाम कर दिया, जिससे लगभग एक घंटे तक वाहनों की लंबी कतार लगी रही। कंसाना के समर्थकों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन किया। शिवपुरी में केपी सिंह को मंत्रिमंडल में जगह न दिए जाने से उनके समर्थक भी नाराज हैं।
ग्वालियर-चंबल संभाग की 34 विधानसभा सीटों में से 26 सीटें कांग्रेस ने जीतीं हैं, इसके बाद भी मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अंचल को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व देने में कंजूसी की। अंचल से 6 मंत्री बनाए गए हैं, जबकि भाजपा सरकार में 7 मंत्री थे। भाजपा ने मुरैना, दतिया, शिवपुरी से एक-एक मंत्री बनाए थे।
सीएम कमलनाथ के मंत्रिमंडल में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट से ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर, डबरा विधायक इमरती देवी, भितरवार विधायक लाखन सिंह यादव और गुना जिले के बमौरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक महेन्द्र सिंह सिसौदिया को शामिल किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह गुट से उनके बेटे एवं राघौगढ़ के विधायक जयवर्धन सिंह और लहार विधायक डॉ. गोविन्द सिंह मंत्री बनाए गए हैं।
उम्मीदें बढ़ीं
भाजपा सरकार में सात मंत्री होने के बाद भी अंचल का विकास इंदौर संभाग की तरह आपसी गुटबाजी के कारण नहीं हो पाया। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं कि अंचल से छह मंत्री बनाए गए हैं, अब अंचल का विकास गति पकड़ सकता है। खासतौर से ग्वालियर जिले को तीन मंत्री मिलने से जिले के लोगों को अधिक उम्मीदें हैं।
इनकी थी मंत्री बनने की संभावना
शिवपुरी जिले की पिछोर विधानसभा सीट से लगातार छठवीं बार जीते केपी सिंह को मंत्री बनाए जाने की प्रबल संभावना थी, लेकिन ऐन वक्त पर उनका नाम मंत्रियों की सूची में से कट गया। वहीं मुरैना की सभी छह विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के विजयश्री होने के बाद भी जिले को प्रतिनिधित्व नहीं मिला। जिले से सुमावली के विधायक ऐंदल सिंह कंसाना को मंत्री बनाए जाने की संभावना थी। दतिया में सेवढ़ा से विधायक घनश्याम सिंह को भी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया।
भाजपा सरकार में ग्वालियर-चंबल संभाग से 7 मंत्री थे, कांग्रेस सरकार ने बनाए छह
भाजपा की तत्कालीन शिवराज सरकार में ग्वालियर जिले से जयभान सिंह पवैया, मायासिंह, नारायण सिंह कुशवाह, शिवपुरी से यशोधरा राजे सिंधिया, दतिया से डॉ.नरोत्तम मिश्रा, मुरैना से रुस्तम सिंह और भिंड जिले से लालसिंह आर्य को मंत्री बनाया गया था। शिवराज सरकार में गुना-अशोकनगर जिले को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व नहीं मिला था, जबकि कांग्रेस ने गुना जिले को मंत्रिमंडल में वजन देकर दो विधायकों को मंत्री बनाया है।